Operation Chakra: पटना-नालंदा-नवादा में साइबर अपराधियों पर CBI की कड़ी नजर

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने साइबर अपराधियों के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज कर दिया है। राष्ट्रव्यापी ‘ऑपरेशन चक्र (Operation Chakra)’ के तहत बिहार के पटना, नालंदा और नवादा जिलों में साइबर क्रिमिनल गतिविधियों पर सीबीआई की पैनी नजर है।

सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में इन जिलों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की जा सकती है। नालंदा और नवादा, झारखंड के जामताड़ा की तर्ज पर साइबर अपराध का नया गढ़ बनते जा रहे हैं। यहां से अपराधी डिजिटल अरेस्ट, फिशिंग, विशिंग, स्मिशिंग और तकनीकी सहायता घोटालों जैसे अपराधों को अंजाम दे रहे हैं।

सीबीआई के सूत्रों ने खुलासा किया है कि हाल ही में ‘ऑपरेशन चक्र-2’ के तहत एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया गया था। इस गिरोह ने सिंगापुर के 400 से अधिक लोगों को निशाना बनाया और विभिन्न साइबर तकनीकों का इस्तेमाल कर उनके खातों से राशि हस्तांतरित की। अपराधियों ने फिशिंग (जाली ईमेल), विशिंग (फोन कॉल के जरिए ठगी), स्मिशिंग (एसएमएस के जरिए धोखाधड़ी) और फर्जी तकनीकी सहायता जैसी तकनीकों का सहारा लिया। इस ठगी में सिंगापुर के खातों से भारत में एजेंटों के खातों में राशि ट्रांसफर की गई, जिसे बाद में अन्य खातों में हस्तांतरित कर निकासी कर ली गई। इस सिलसिले में पटना, नालंदा और नवादा के बैंकों में कई खाते शामिल थे।

सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साइबर अपराधी न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोगों को निशाना बना रहे हैं। इन अपराधियों ने अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग कर ठगी को अंजाम दिया है। जिसमें डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर लोगों से पैसे ऐंठना भी शामिल है। नालंदा और नवादा में साइबर अपराधियों ने स्थानीय स्तर पर नेटवर्क बनाया है, जिसके जरिए वे छोटे-छोटे ग्रामीण क्षेत्रों से भी अपराध को अंजाम दे रहे हैं।

सीबीआई ने इस ऑपरेशन के तहत पहले भी बिहार में कई जगहों पर छापेमारी की थी, जिसके परिणामस्वरूप कई गिरफ्तारियां हुईं और साइबर अपराध से जुड़े उपकरण जब्त किए गए। अब ऑपरेशन चक्र के अगले चरण में पटना, नालंदा और नवादा में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की तैयारी है। स्थानीय पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर सीबीआई इन क्षेत्रों में सक्रिय साइबर अपराधियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने की योजना बना रही है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि नालंदा और नवादा के कुछ ग्रामीण इलाकों में युवा साइबर अपराध की ओर आकर्षित हो रहे हैं। क्योंकि यह उनके लिए आसान और त्वरित कमाई का जरिया बन गया है। हालांकि, सीबीआई की सख्ती के बाद इन क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। विशेषज्ञों का मानना है कि साइबर अपराध को रोकने के लिए न केवल सख्त कानूनी कार्रवाई बल्कि जागरूकता अभियान और तकनीकी शिक्षा की भी जरूरत है।

सीबीआई ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध कॉल, मैसेज या ईमेल पर भरोसा न करें और तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें। ऑपरेशन चक्र के तहत साइबर अपराधियों पर नकेल कसने की यह मुहिम न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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