अब हरनौत से चुनाव नहीं लड़ेंगे हरिनारायण सिंह, जानें बड़ी वजह

चंडी (नालंदा दर्पण)। हरनौत विधानसभा क्षेत्र से जदयू के वरिष्ठ विधायक हरिनारायण सिंह ने आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव में नहीं लड़ने की घोषणा की है। इस सार्वजनिक ऐलान ने क्षेत्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। सूत्रों की मानें तो जदयू इस सीट से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुत्र निशांत कुमार को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। इस घोषणा के बाद हरनौत विधानसभा क्षेत्र में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है।

चंडी प्रखंड के अरौत पंचायत के बिरनावां गांव में जदयू की पंचायत स्तरीय कमिटी की 25वीं बैठक का आयोजन किया गया। पंचायत अध्यक्ष विनोद प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में विधायक हरिनारायण सिंह ने जदयू के अरौत पंचायत के बूथ कमिटी के सदस्यों के समक्ष स्पष्ट किया कि 2025 में हरनौत विधानसभा से मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन जदयू कार्यकर्ता के रूप में कार्य करता रहूंगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन लोगों को टिकट देते हैं, जो क्षेत्र में बेहतर कार्य करते हैं।

हरिनारायण सिंह ने अपने संबोधन में नीतीश सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार में सड़कों का नामोनिशान नहीं था। नीतीश कुमार के नेतृत्व में सड़कों का जाल बिछाया गया। जिससे हर गांव और टोले तक सड़कें पहुंचीं। हरनौत विधानसभा के अंतर्गत चंडी के सिरनावां गांव में विद्युत सब स्टेशन का निर्माण किया गया। साथ ही एक अरब बत्तीस करोड़ की लागत से पावर सब ग्रिड का निर्माण कार्य प्रगति पर है। जिससे क्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी।

उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के खेतों तक बिजली पहुंचाने के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। इसके अलावा नीतीश सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देकर नीतीश सरकार ने उन्हें पुरुषों के बराबर लाने का प्रयास किया है।

बैठक में जदयू के जिला उपाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि 2025 का चुनाव 60 वर्ष बनाम 20 वर्ष का है। उन्होंने दावा किया कि एनडीए गठबंधन इस बार 225 से अधिक सीटें जीतेगा। कार्यकर्ताओं को ‘2025 में 225, फिर से नीतीश’ का नारा बुलंद करने का आह्वान किया गया। उन्होंने नीतीश सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों को गांव, टोले और घर,घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं को सौंपी। साथ ही बूथ स्तर पर युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को संगठन से जोड़ने की अपील की।

इधर हरिनारायण सिंह के चुनाव न लड़ने की घोषणा के बाद क्षेत्र में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि जदयू हरनौत से निशांत कुमार को उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि इस संबंध में पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन इस संभावना ने स्थानीय राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है।

वहीं हरनौत विधानसभा क्षेत्र में हरिनारायण सिंह के इस फैसले ने न केवल जदयू के भीतर, बल्कि अन्य दलों में भी नई रणनीतियों पर विचार शुरू कर दिया है। अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि जदयू इस सीट पर किसे उम्मीदवार बनाती है और 2025 के चुनाव में हरनौत की सियासी तस्वीर क्या होगी।

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