राजगीर (नालंदा दर्पण)। बिहार पर्यटन के मानचित्र पर राजगीर पहले से ही एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और अब यह शहर एक नए और अनोखे आकर्षण के साथ पर्यटकों को लुभाने के लिए तैयार है। बिहार सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक और महत्वाकांक्षी कदम उठाया है। जिसके तहत राजगीर में बिहार का पहला डायनासोर पार्क बनाया जा रहा है। यह परियोजना न केवल स्थानीय पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। बल्कि बच्चों, युवाओं और प्रकृति प्रेमियों के लिए भी एक रोमांचक अनुभव प्रदान करेगी।
वन विभाग के डीएफओ राजकुमार एम ने बताया कि इस डायनासोर पार्क का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और इसे दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 22 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह पार्क 3 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा। पार्क में लगाए जाने वाले डायनासोर के मॉडल्स इतने वास्तविक होंगे कि वे जीवित डायनासोर जैसे प्रतीत होंगे। ये मॉडल्स विशेष रूप से चीन से मंगाए जा रहे हैं और इस महीने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बिहार सरकार पिछले कुछ वर्षों से राजगीर को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। विश्व शांति स्तूप, गर्म जल कुंड, नेचर सफारी और ग्लास ब्रिज जैसे आकर्षणों के बाद अब डायनासोर पार्क एक और अनूठा कदम है। यह पार्क न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि करेगा, बल्कि बच्चों और युवाओं को प्रागैतिहासिक काल के जीवों के बारे में जानने का अवसर भी प्रदान करेगा।
- वास्तविक डायनासोर मॉडल्स: चीन से आयातित मॉडल्स अत्याधुनिक तकनीक से बनाए जाएंगे, जो गति और ध्वनि के साथ जीवंत अनुभव देंगे।
- शैक्षिक महत्व: पार्क में डायनासोरों के इतिहास और उनके विलुप्त होने से संबंधित जानकारी भी उपलब्ध होगी, जो बच्चों के लिए शिक्षाप्रद होगी।
- पर्यावरण के अनुकूल डिज़ाइन: वन विभाग का दावा है कि पार्क का निर्माण पर्यावरण को ध्यान में रखकर किया जाएगा, ताकि प्राकृतिक सौंदर्य को कोई नुकसान न पहुंचे।
- परिवारों के लिए आकर्षण: यह पार्क परिवारों के लिए एक आदर्श पिकनिक स्थल होगा, जहां मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञानवर्धन भी होगा।
बता दें कि राजगीर पहले से ही बौद्ध और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल रहा है। इसके साथ ही नेचर सफारी और रोपवे जैसे आधुनिक पर्यटन स्थलों ने इसे हर आयु वर्ग के लिए आकर्षक बनाया है। डायनासोर पार्क के निर्माण से राजगीर अब उन पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा, जो रोमांच और विज्ञान में रुचि रखते हैं।
इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ने की भी उम्मीद है। पार्क के निर्माण और संचालन के लिए कई कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। जिससे स्थानीय लोगों को लाभ होगा। इसके अलावा पर्यटकों की बढ़ती संख्या से होटल, रेस्तरां और परिवहन जैसे व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा।
हालांकि इस परियोजना की शुरुआत उत्साहजनक है। लेकिन समय पर निर्माण पूरा करना और गुणवत्ता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होगी। इसके अलावा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पार्क का प्रचार-प्रसार भी उतना ही महत्वपूर्ण है। बिहार सरकार और वन विभाग को इस दिशा में रणनीतिक कदम उठाने होंगे।
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