नालंदा जिला में काम में लापरवाही बरतने के आरोप में 23 पंचायत सचिवों पर एक्शन हुआ है । इनका वेतन रोक दिया गया है । ये कार्रवाई नालंदा के डीडीसी श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर ने की है ।
क्या है मामला
दरअसल, नालंदा में पंचायत सचिवों काम की समीक्षा की जा रही थी । इस दौरान यह बात सामने आई कि 15वीं वित्त योजना के तहत जिले में जो काम किए जाने हैं । उसके प्रति कुछ पंचायत सचिवों ने किसी तरह की रूचि नहीं दिखाई । यहां तक कि अब तक काम शुरू भी नहीं हो पाया है । जिससे विकास का काम बाधित हो रहा हैं।
जनप्रतिनिधियों ने की थी शिकायत
दरअसल, लापरवाह पंचायत सचिवों के काम काज से स्थानीय जनप्रतिनिधि भी नाराज थे. जिसकी शिकायत जिला प्रशासन से की गई थी. जिसकी समीक्षा खुद नालंदा के डीडीसी ने की।
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शोकॉज नोटिस और वेतन बंद
नालंदा के डीडीसी ने समीक्षा जांच के बाद पंचायत सचिवों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही शोकॉज नोटिस भेजा है। इतना ही नहीं 23 पंचायत सचिवों का वेतन भी बंद कर दिया। इसके साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर जल्द काम शुरू किया गया तो सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी ।
किन-किन पंचायत सचिवों पर एक्शन
गिरियक प्रखंड के चोरसुआ और गाजीपुर के पंचायत सचिव
हरनौत के गोनावा, बसियावां, पाकड़ पंचायत सचिव
हिलसा प्रखंड के अकबरपुर पंचायत सचिव
इस्लामपुर प्रखंड के महमूदा, पनहर, धूपडीहा, सकरी पंचायत सचिव
नूरसराय प्रखंड के दरूआरा, मुजफ्फरा, पपरनौसा, मेयार, अंधना पंचायत सचिव
रहुई प्रखंड के सुपासंग, दोसूत, इमामगंज, मई फरीदा, उतरनामा के पंचायत सचिव
राजगीर प्रखंड के गोरौर पंचायत सचिव
थरथरी प्रखंड के कचहरिया, जैतपुर और अमेरा के पंचायत सचिव