हिलसा (नालंदा दर्पण)। पटना जिला के शाहजहांपुरा इलाके में दो युवकों की गोली मारकर हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यह हत्या 40 लाख रुपए के लेनदेन को लेकर की गई थी। मृतकों की पहचान बेतिया के नौतन थाना क्षेत्र निवासी आनंद कुमार और नालंदा के नगरनौसा थाना क्षेत्र निवासी सौरव के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस हत्याकांड की साजिश मृतक सौरव के दोस्त गोलू कुमार ने रची थी।
मृतक सौरव के पिता राजेश कुमार ने बताया कि घटना के समय उनके बेटे का फोन आया था। फोन पर सौरव ने बताया कि गोलू उसे गोली मार रहा है। जांच में पता चला कि गोलू ने सौरव को 40 लाख रुपए दिए थे। जिसके कारण यह विवाद हुआ और अंततः हत्या तक बात पहुंच गई।
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए नालंदा के नगरनौसा थाना अंतर्गत भोभी गांव से दो संदिग्ध रोहित और सुनील को हिरासत में लिया है। जब पुलिस ने रोहित और मृतक सौरव के घर की तलाशी ली तो वहां से कई अहम सबूत बरामद हुए। इनमें रुपये गिनने की मशीन, बिटकॉइन मशीन, एटीएम कार्ड, पासबुक और चेकबुक शामिल हैं।
पुलिस का मानना है कि आरोपी बिटकॉइन को डॉलर में और फिर डॉलर को रुपए में बदलने का अवैध कारोबार करते थे। आनंद कुमार बीते कई महीनों से सौरव के साथ उसके घर पर रह रहा था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस कारोबार में और कौन-कौन लोग शामिल थे।
हत्या के दिन चार लोग दो बाइकों पर सवार थे। वारदात के बाद एक बाइक सवार नालंदा की ओर और दूसरा पटना की ओर भागा। मंगलवार को सरथुआ गांव के पास दोनों युवकों की लाश मिली। दोनों की बॉडी एक-दूसरे से 100 मीटर की दूरी पर पड़ी थी। घटनास्थल से 6 खोखे बरामद हुए हैं। आनंद को 2 और सौरव को 3 गोलियां लगी थीं।
मृतक के पास एक मोबाइल नोट मिला है। जिसमें रुपए के लेन-देन का जिक्र किया गया है। इसके अलावा मोबाइल में हथियारों की तस्वीरें भी पाई गई हैं। जिससे पुलिस को संदेह है कि मृतक किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल थे। पुलिस अब मृतकों के आपराधिक रिकॉर्ड को खंगाल रही है और इस केस में और भी गहराई से जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में बिटकॉइन से जुड़े अवैध कारोबार की बात सामने आ रही है। इसके अलावा अन्य संदिग्ध लोगों की भी तलाश की जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस हत्याकांड का संबंध किसी बड़े आपराधिक गिरोह से तो नहीं है।
बहरहाल इस हत्याकांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। 40 लाख रुपए की लेन-देन और बिटकॉइन मशीन की बरामदगी ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। पुलिस अब इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है कि आखिर इस हत्याकांड के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं और यह पूरा नेटवर्क किस तरह से काम कर रहा था।
- अब बेहद रोमांचक होगा राजगीर-कोडरमा रेल सफर, घने जंगलों और सुरंगों से गुजरेगी ट्रेन
- चमकी बुखार को लेकर हाई अलर्ट जारी, ऐसे करें बचाव
- पटना HC का बड़ा फैसला: JE पद के लिए BTech डिग्रीधारी अयोग्य
- बिहार में बनेंगा माडर्न डिजिटल कृषि निदेशालय, जानें खासियत
- बेंच-डेस्क खरीद घोटाला: HM की शिकायत पर DDC ने गठित की जांच टीम