बांका रिपोर्टर -रजनीश चौधरी
बांका। आजादी के बाद पहली बार मंदार पर्वत की हजारों सीढ़ियां चढ़कर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने ऐतिहासिक स्थल का दर्शन किया। बांका की जनता के विशेष आग्रह पर उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ मंदार पर्वत का निरीक्षण किया और मंदिर निर्माण को लेकर जनता की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया। मंत्री ने कहा कि मंदार पर्वत समुद्र मंथन की कथा से जुड़ा है और इसका पौराणिक महत्व अत्यंत विशिष्ट है। उन्होंने जानकारी दी कि शीघ्र ही यहां लिफ्ट सेवा भी शुरू कर दी जाएगी, जिससे दर्शनार्थियों को बड़ी सुविधा होगी।
निरीक्षण के बाद मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने वानिकी किसानों और जीविका दीदियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि कृषि वानिकी योजना किसानों के लिए दोहरा लाभ लेकर आई है — पर्यावरण संरक्षण के साथ आर्थिक सशक्तिकरण। मात्र 10 रुपये में फलदार वृक्ष देकर सरकार किसानों को हरित क्रांति का भागीदार बना रही है। इसके तहत बिहार का हरित आवरण लगातार बढ़ रहा है।
जीविका दीदियों द्वारा मुख्यमंत्री अन्य प्रजाति पौधशाला योजना के तहत किए गए सराहनीय कार्यों की भी मंत्री ने प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जीविका दीदियां पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय भूमिका निभा रही हैं, जिससे गांव-गांव में हरियाली का विस्तार हो रहा है। डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि “हमारा विभाग जनभागीदारी आधारित है। हरित आवरण बढ़ाने के लिए हम सभी की साझी जिम्मेदारी है।” उन्होंने ‘हर रविवार पर्यावरण के नाम’ अभियान की शुरुआत करते हुए बांका समेत पूरे बिहार के लोगों से अपील की कि प्रत्येक रविवार को अपने परिजनों के नाम पर पौधारोपण करें और पर्यावरण संरक्षण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
डॉ. सुनील कुमार ने विश्वास दिलाया कि मंदार पर्वत के विकास कार्यों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और आने वाले एक-दो महीनों में मंदिर निर्माण का कार्य भी आरंभ कर दिया जाएगा।