वाच टावर से दिखता है अद्भुत नजारा, गंडक बराज का जलाशय पर्यटकों को मिनी गोवा का कराता है एहसास
वाल्मीकि नगर से विवेक कुमार सिंह की रिपोर्ट..
वाल्मीकिनगर। वीटीआर के घने जंगलों में वन्यजीवो और मन को राहत देने वाली हरियाली के बीच जंगल सफारी का भी आनंद ले सकते हैं, जो आपके रोमांच को दोगुना कर देगा। यहां हम बात कर रहे हैं वीटीआर के जंगलों और गंडक बराज के जलाशय के खूबसूरत नजरों की। वीटीआर की जंगल सफारी पर्यटकों के रोमांच को बढ़ा देती है। वहीं, गंडक बराज का जलाशय पर्यटकों को मिनी गोवा का एहसास कराता है। इस पर्यटन स्थल की शांति और प्राकृतिक सुंदरता न केवल देश, बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी काफी आकर्षित कर रही है।
वीटीआर में है 54 से अधिक बाघ
वीटीआर में लगातार बाघो की संख्या बढ़ती जा रही है। वीटीआर में लगातार टाइगरों की बढ़ती हुई संख्या 54 के पार पहुंच चुकी है।वीटीआर की ही देश-प्रदेश की भी शान है।
खास बात यह है कि वीटीआर में टाइगर की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जो काफी खुशी की बात है। साथ ही वीटीआर को पर्यटन का बड़ा स्वरूप देने के लिए राज्य सरकार वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने में किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जंगल सफारी कर पर्यटक वन्यजीवों का दीदार कर रहे हैं।वीटीआर के जंगल को स्पर्श कर गंडक नदी बहती है।वीटीआर की प्राकृतिक सौंदर्य की अद्भुत छटा देसी विदेशी सैलानियों को खूब रिझाता है। यहां कई प्रजातियों के पक्षियों, वन्य जीवों को देखकर पर्यटकों का मन जहां प्रफुल्लित हो उठता है।
कुल मिलाकर वीटीआर उन पर्यटको के लिए एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है जो वन्य जीवन, प्रकृति और सांस्कृतिक विरासत में रुचि रखते हैं। इसके अलावा, टाइगर रिज़र्व कई ऐतिहासिक मंदिरों और तीर्थ स्थलों का धरोहर है जो क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत की खोज में रुचि रखने वाले आगंतुकों को आकर्षित करते हैं।
वीटीआर अपने घने जंगलों, घास के मैदानों और आर्द्रभूमियों के साथ आश्चर्यजनक प्राकृतिक सुंदरता प्रदान करता है।
बढ़ रहे पर्यटक, कारोबार को लगे पंख
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) की खूबसूरती सैलानियों को खूब लुभा रही है। पर्यटकों के आवागमन से वाल्मीकिनगर का पर्यटन कारोबार बढ़ने लगा है। कल-कल बहती गंडक नदी के तट पर पर्यटक सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं। पर्यटकों की भारी भीड़ से वीटीआर अधिकारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इससे ज्यादा भीड़ होगी। इन्हें लुभाने में बाघो की भूमिका अहम मानी जा रही है। इनकी संख्या 54 के पार पहुंच गई है।
यहां की जैव विविधता और पशु-पक्षियों के साथ स्वच्छंद विचरण करते वन्यजीवों का दीदार कर रहे हैं। साथ ही टाइगर साइटिंग भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। जंगल सफारी के दौरान लंबी घास और झुरमुटों से होते हुए गुजरने वाले वन्य जीव आसानी से दिख जा रहे हैं। इस जंगल का उत्तरी किनारा नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगा हुआ है। इस वन्य क्षेत्र को हरियाली और खूबसूरती में कई गुना इजाफा करते हुए इसे बेहद आकर्षित बना देती हैं। बाघ को चंद कदमों की दूरी पर देखने का एहसास वीटीआर के पर्यटन को और भी खास बना देता है। पर्यटक यहां के प्राकृतिक माहौल का आनंद ले सकते हैं। यहां पर्यटकों के ठहरने के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है।
इस संबंध में वाल्मीकिनगर रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने बताया कि आमतौर पर सीजन के समय वीटीआर में पर्यटकों का रेला रहता है। जंगल सफारी और बाघ देखने की ललक भी पर्यटकों को वीटीआर खींच लाती है।
वाच टावर से दिखता है अद्भुत नजारा
वाच टावर के जरिए पर्यटक विभिन्न हिस्सों का बेहतर तरीके से दीदार करते हैं और इको टूरिज्म का बेहद अद्भुत स्थल कहे जाने वाले क्षेत्र में फोटोग्राफी करते हैं। जंगलों के बीच प्रकृति की कोख में वन्य जीवों के साथ बिताए पल बेहद अद्भुत एहसास कराते हैं।