Chhapra: 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर श्री राम जानकी मंदिर समिति द्वारा भव्य शिव बारात निकाली जाएगी, आयोजन को भव्य बनाने के लिए 51 आकर्षक झांकियों की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, इस ऐतिहासिक यात्रा में वृंदावन, मथुरा, काशी सहित सैकड़ो स्थानीय कलाकार शामिल होंगे, जो शिव-पार्वती विवाह की झांकी प्रस्तुत करेंगे, मन्दिर समिति के अनुसार, इस बार की यात्रा पिछले वर्षों की तुलना में अधिक भव्य होगी, यात्रा का मार्ग भी जारी कर दिया गया है, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालु इसका दर्शन कर सकें, पूरी यात्रा के दौरान हर-हर महादेव के जयघोष से शहर भक्तिमय हो उठेगा.
यात्रा का मार्ग (रूट प्लान) इस प्रकार रहेगा
शिव बारात सुबह 8:00 बजे श्री राम जानकी मंदिर से प्रारंभ होकर शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होते हुए पुनः मंदिर परिसर में संपन्न होगी, जो छत्रधारी बाजार से निकलकर मालखाना चौक होते हुए रामजयपाल चौक के रास्ते रामराज्य चौक पहुंचेगी फिर पंकज सिनेमा होते हुए दहियावां चौक के रास्ते थाना चौक पहुंचेगी, थाना चौक से साहेबगंज चौक होते हुए मौना चौक के रास्ते सलेमपुर के रास्ते नगरपालिका चौक होते हुए अलियर स्टैंड के रास्ते दरोगा राय चौक होकर भरत मिलाप चौक होते हुए भगवान बाजार के रास्ते काशी बाजार पहुंचेगी, काशी बाजार से राजेंद्र कॉलेज चौक होते हुए गुदरी बाजार के रास्ते दौलतगंज पहुंचेग, दौलतगंज से धर्मनाथ मंदिर होते हुए कटरा चौक के रास्ते वापस श्री राम जानकी मंदिर पहुंचकर समाप्त होगी.
शिव बारात का धार्मिक और पौराणिक महत्व
महाशिवरात्रि पर शिव बारात का आयोजन विशेष धार्मिक महत्व रखता है, यह भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की स्मृति में निकाली जाती है, बारात में देवता, ऋषि-मुनि, भूत-प्रेत, नाग-सर्प और विभिन्न स्वरूपों में शिवगण होंगे, मन्दिर के एक सदस्य ने बताया कि यात्रा भगवान शिव की अद्वितीयता, शक्ति और भक्ति का प्रतीक मानी जाती है.भगवान शिव की बारात में अघोरी, साधु-संत, नागा साधु, कंठीधारी संन्यासी विशेष आकर्षण का केंद्र बनते हैं, यात्रा के दौरान भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों की झांकी, शिव-पार्वती विवाह का दृश्य, भगवान विष्णु और ब्रह्मा के साथ शिव संवाद, समुद्र मंथन और अन्य धार्मिक प्रसंगों को झांकियों के माध्यम से दर्शाया जाएगा।
शिव बारात के मुख्य आकर्षण, ये होंगे शिव बारात के मुख्य आकर्षण
शिव-पार्वती विवाह, कैलाश पर्वत, तांडव नृत्य, गंगा अवतरण, नागा साधुओं की झलक, समुद्र मंथन जैसी झांकियां आकर्षण का केंद्र होंगी, देशभर के कलाकारों की प्रस्तुति: वृंदावन, मथुरा, काशी से आए कलाकार शिव तांडव और भक्ति नृत्य प्रस्तुत करेंगे शिव तांडव और भजन संध्या:पूरे मार्ग पर हर-हर महादेव के जयघोष के बीच भजन मंडलियों द्वारा शिव भक्ति गीत गाए जाएंगे, विशेष रथ यात्रा:भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमाओं को विशेष रूप से सजे रथों पर विराजित किया जाएगा।
शिव बारात के दौरान यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष रूप से जिला पदाधिकारी को पत्र प्रसाशनिक सहयोग के लिए पत्र लिखकर आग्रह किया गया है, श्री राम जानकी मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से शिव बारात को अनुशासनबद्ध और भक्तिपूर्ण तरीके से सफल बनाने में सहयोग करने की अपील की है, मन्दिर समिति की ओर से कहा गया कि यह आयोजन सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक आस्था का प्रतीक है। श्रद्धालुओं से यात्रा के दौरान शांति बनाए रखने, स्वच्छता का ध्यान रखने और भक्तिभाव से शामिल होने का अनुरोध किया गया है
शिव बारात का संदेश: धर्म और भक्ति का संगम
मन्दिर के व्यवस्थापक सूरज प्रकाश ने बताया कि यह आयोजन सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि आध्यात्मिक चेतना जागृत करने का माध्यम भी है, शिव की बारात में शामिल होकर भक्तजन धर्म, अध्यात्म और शिव कृपा का अनुभव करेंगे, शहरवासियों के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जहां वे भक्ति, प्रेम और उत्साह के वातावरण में डूबकर हर-हर महादेव के जयघोष में शामिल होंगे!