प्रमंडलस्तर पर परिवार नियोजन कार्यक्रम उत्कृष्ट योगदान देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को किया गया पुरस्कृत
• परिवार नियोजन कार्यक्रम के उपलब्धियों की हुई समीक्षा
• एफपीएलएमआईएस पोर्टल पर कार्यशाला का हुआ आयोजन
• महिला बंध्याकरण में सारण जिला को प्रमंडल स्तर पर मिला बेस्ट आवार्ड
• पुरूष नसबंदी में सीवान जिला को मिला आवार्ड
• गोपालगंज जिला को ओरल-पील्स में बेस्ट आवार्ड
Chhapra: परिवार नियोजन कार्यक्रम को सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधन इकाई, सारण द्वारा शहर के एक निजी होटल में परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक सह सारण सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस दौरान तीनों जिले के परिवार नियोजन कार्यक्रम की उपलब्धियों की चर्चा की गयी तथा आगे लक्ष्य को हासिल करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। इस दौरान प्रमंडल स्तर पर परिवार कल्याण कार्यक्रम में बेहतर और उत्कृष्ट योगदान देने वाले स्वास्थ्यकर्मियों, स्वास्थ्य संस्थानों को पुरस्कृत किया गया। सारण जिले के तीनों जिला सारण, सीवान, गोपालगंज के स्वास्थ्यकर्मियों को पुरस्कृत किया गया।
क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों, आशा, एएनएम, काउंसलर, सीएचओ को प्रशस्ति-पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इस दौरान महिला बंध्याकरण में उत्कृष्ट योगदान के लिए सारण जिला, पुरूष नसबंदी में बेहतरीन उपलब्धि के लिए सीवान और ओरल पील्स, माला-एन- छाया में उत्कृष्ट योगदान के लिए गोपालगंज जिला को बेस्ट जिला का आवार्ड दिया गया। इसके साथ हीं सारण जिले को पीपीएस, पीपीआईयूसीडी, एमपीए-अंतरा में उत्कृष्ट जिला का आवार्ड दिया गया। सीवान जिले को भी पीपीआईयूसीडी और इंटरवल आईयूसीडी में बेस्ट आवार्ड प्रदान किया गया। इस मौके पर आरडीडी डॉ. अरूण कुमार चौधरी, सारण के सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, सीवान सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद, गोपालगंज सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र प्रसाद, आरपीएम प्रशांत कुमार, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेशचंद्र कुमार, समेत सारण सिवान और गोपालगंज के सभी डीसीएम, एसीएमओ समेत अन्य मौजूद थे।
इस दौरान एफपीएलएमआईएस के बारे में जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण में बताया गया कि किस प्रकार से परिवार कल्याण साधनों के स्टॉक के बारे में सॉफ्टवेयर पर जानकारी भेज कर स्टॉक को अपडेट किया जाता है व किस प्रकार परिवार कल्याण के साधनों की डिमांड की जाए। साथ ही इंडेंट व अपडेट कोड के माध्यम को प्रैक्टिकल रूप से विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षण में शादी की सही उम्र, पोषण, परिवार कल्याण में आशाओं की भूमिका, परिवार कल्याण के साधनों, उनके प्रकार, साधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।

सबसे अधिक महिला बंध्याकरण करने वाले डॉ. पीयूष रंजन को मिला आवार्ड:
इस दौरान सबसे अधिक महिला बंध्याकरण करने वाले गोपालगंज जिले के उचकागांव सीएचसी के डॉ. पीयूष रंजन को आवार्ड दिया गया। सबसे अधिक पुरूष नसबंदी करने वाले सारण जिले के मांझी सीएचसी के डॉ. अभिषेक आशुतोष, पीपीएस में बनियापुर के डॉ. सरिता सिन्हा, पीएएस में गड़खा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. मेहा कुमारी को पुरस्कृत किया गया। इसके साथ हीं गड़खा के एएनएम पुनम कुमारी, बरौली की एएनएम सीमा द्धिवेदी, हथुआ की एएनएम दीपिका बेंजामेन, एकमा की एएनएम रिंकु कुमारी, बैकुंठपुर की आशा पिंकी देवी, गुठनी की आशा किरण यादव, सोनपुर की आशा पिंकी देवी, अमनौर की आशा शोभा देवी, माला कुअंर, बरौली की आशा फैसलिटेटर शिखा रानी, यूपीएचसी मासूमगंज की एएनएम पुष्पा कुमारी, यूपीएचसी बड़ा तेलपा के एएनएम सुमन कुमारी, मेनका कुमारी को भी उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।