Chhapra: वेटरन्स फोरम के सचिव डॉ बीएनपी सिंह एवं पंचमेल संस्था के सचिव प्रो पृथ्वीराज सिंह के संयोजकतत्व में मढ़ौरा के बुद्धिजीवियों, व्यापारियों, किसानों की एक बैठक हुई।
इस बैठक में मढ़ौरा चीनी मिल के पुनर्स्थापना के दिशा में विभिन्न पक्षों पर गहनता से विचार विमर्श किया गया और यह तय किया गया कि किसानों और मजदूरों की एक सहयोग समिति का गठन किया जाएगा और इस मामले को राष्ट्रीय कंपनी ला ट्रिब्यूनल, दिल्ली में उठाया जाएगा।
डॉ बीएनपी सिंह ने पूर्व में बीआईएफआर के वाद्संख्या 99/92 के आदेश के संदर्भ में विश्लेषित करते हुए सभी हितधारकों को आस्वस्त करने का प्रयास किया कि किसानों और गन्ना उत्पादक मजदूरों की सहयोग समिति की बातों के पक्ष को कंपनी ला ट्रिब्यूनल में उठाने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे और इस मामले में अपनी पृष्ठभूमि अध्ययन के आधार पर उन्होंने कहा की मिल के चालू होने की संभावना अब भी चूकी नहीं है। जरूरत है इस मुद्दे को उचित फोरम पर गंभीरता से उठाने की।
वाद्संख्या 99/92 के आलोक में प्रो पृथ्वीराज सिंह ने कहा कि 2015 तक इस मामले का संचालन भारत सरकार की इस की संस्था आउएफसीआई द्वारा की जा रही थी और इसकी देनदारी उस समय कुल 77.78 करोड़ तय की गई थी। बीआईएफआर के आदेश में नई कंपनी से निविदा मांग करने का आदेश दिया गया था जिसमें किसानों मजदूरों की सहयोग समिति को भी शामिल करने का आदेश पारित किया गया था।
वरिष्ठ पत्रकार शिवानुग्रह सिंह ने कहा कि सरकारी समिति को बनाने में इस पक्ष का ध्यान रखा जाएगा कि इसमें राजनीति ना हो और कोई राजनीतिक पदधारी व्यक्ति या चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति इसका लाभ न ले सके। मढ़ौरा और आसपास के प्रखंडों के गांव के लोगों को भी सहयोग समिति में शामिल किया जाना चाहिए।
डॉ बीएनपी सिंह ने कहा की यह लड़ाई और एयर कोमोडोर रणधीर प्रताप सिंह की अगुवाई में लड़ी जाएगी। उन्होंने नगर प्रशासन मढ़ौरा से आग्रह किया की बंद मिल की जमीन पर कूड़ा गिराना तत्काल प्रभाव से बंद करें। इससे यह संदेश जाता है कि यहां अब केवल कूड़ा ही गिरेगा चीनी मिल स्थापित नहीं हो सकती है । यह सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल का उल्लंघन भी है।
इस बैठक में मुख्य रूप से समाजसेवी श्री नागेंद्र राय , मजदूर नेता रामबाबू सिंह , किसान नेता चंद्रशेखर नेमा सिंह ,भूपेश जी सहित दर्जन भर लोग उपस्थित थे और उन लोगों ने डॉ बीएनपी सिंह और वेटरंस फोरम के इस पहल को हर संभव सहायता देने की आश्वासन दिया।