Chhapra : नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु के आह्वान पर पूरे देश में एकीकृत पेंशन योजना (UPS) का विरोध किया गया।
भारत सरकार द्वारा 24 जनवरी, 2025 को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि 1 अप्रैल, 2025 से एकीकृत पेंशन योजना केंद्रीय कर्मचारियों के लिए विकल्प के रूप में लागू होगा, जिसका विरोध करते हुए कर्मचारियों का कहना है कि यह 1 अप्रैल, 2004 से लागू एन. पी. एस. इस यूपीएस से भी खराब योजना है, जिसे किसी भी सूरत में कर्मचारियों को स्वीकार्य नहीं है। यह योजना कर्मचारियों के लिए झुनझुना मात्र है। ने
शनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के सारण जिलाध्यक्ष डॉ. दिनेश पाल ने कहा कि हमें एनपीएस या यूपीएस नहीं बल्कि ओपीएस चाहिए और एनएमओपीएस अपना आंदोलन ओपीएस लागू होने तक जारी रखेगा। पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों का हक है और कर्मचारी एक दिन लेकर ही मानेंगे। विदित हो कि बिहार में 1 सितम्बर, 2005 से एनपीएस लागू है, जिसका बिहार के राज्यकर्मी निरंतर विरोध कर रहे हैं।
जगलाल चौधरी महाविद्यालय, छपरा के शिक्षकों ने परीक्षा के पश्चात यूपीएस तथा एनपीएस का सांकेतिक विरोध करते हुए ओपीएस की मांग की। विरोध प्रदर्शन में डॉ. अवधेश कुमार, डॉ. सावन रॉय, डॉ. पवन कुमार प्रभाकर, डॉ. संदीप कुमार यादव, डॉ. जेड एच अंसारी एवं अनिल कुमार आदि शामिल रहे।