Chhapra: सारण राजद जिला प्रवक्ता डॉ. अमित रंजन ने बजट 2025 की कड़ी आलोचना करते हुए इसे पूरी तरह से जनविरोधी, दिशाहीन और गरीब-विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि यह बजट आम जनता, किसानों, युवाओं और छोटे व्यापारियों की उम्मीदों को तोड़ने वाला है, जबकि बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से बनाया गया है।
उन्होंने बजट में कृषि क्षेत्र की घोर उपेक्षा की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि किसानों के लिए किसी ठोस राहत योजना की घोषणा नहीं की गई, और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसी तरह, स्वास्थ्य सुविधाओं की अनदेखी भी इस बजट का एक बड़ा दोष है।
उच्च शिक्षा और अनुसंधान के लिए पर्याप्त बजट का आवंटन नहीं किया गया, जिससे गरीब और मध्यम वर्गीय छात्रों के लिए उच्च शिक्षा और भी कठिन हो जाएगी। वहीं, देश की सीमाओं पर लगातार बढ़ती चुनौतियों के बावजूद सरकार ने रक्षा बजट में अपेक्षित वृद्धि नहीं की, जो राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बेहद चिंताजनक है।
युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने की कोई ठोस योजना इस बजट में नहीं दिखाई देती जिससे युवाओं का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। वहीं, महंगाई पर नियंत्रण के लिए भी कोई ठोस उपाय नहीं किए गए हैं। पेट्रोल, डीजल, गैस और दैनिक उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार ने इस दिशा में कोई राहत नहीं दी।
उन्होंने आगे कहा कि बिहार के संदर्भ में यह बजट और भी निराशाजनक है। हर साल की तरह इस बार भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला। चुनावी साल होने के कारण बिहार के लोगों को इस बजट से काफी उम्मीदें थी किंतु बजट में बिहार की घोर उपेक्षा की गई । ऐसा लगता है मानो बिहार का विकास केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में ही नहीं हैं।
डॉ. अमित रंजन ने इस बजट पर केंद्र सरकार से पुनर्विचार करने की मांग की। बिहार के संदर्भ में उन्होंने कहा कि “आश्वासन” ही इस बार भी सबसे बड़ा बजट आवंटन है।