CHHAPRA DESK – छपरा सदर अस्पताल से एक मरीज को रेफर के नाम पर A-1 इमरजेंसी हॉस्पिटल में ले जाकर 24 घंटे के अंदर उससे ₹60 हजार की लूट करने वाले अस्पताल के खिलाफ जिला प्रशासन ने नजारे टेढ़ी कर दी है. हलचल न्यूज़ 24 की खबर के बाद सदर एसडीएम लक्ष्मण तिवारी जांच के लिए छपरा सदर अस्पताल पहुंचे, जहां अस्पताल का निरीक्षण करने और काउंटर की जांच के बाद सीधे राजेंद्र स्टेडियम के समीप स्थित A-1 इमरजेंसी हॉस्पिटल पहुंचे, जहां उनके द्वारा अस्पताल की जांच कर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा गया कि यह अस्पताल के लायक ही नहीं है. यहां ओटी और मरीजों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.
वही उनके द्वारा जब अस्पताल के रजिस्ट्रेशन की जांच की बात कही गई तो वहां से कोई कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसके बाद उन्होंने वहां काउंटर पर मौजूद अस्पताल कर्मी सेभर्ती मरीजों को शीघ्र डिस्चार्ज करने की बात कही. उन्होंने अस्पताल कर्मी को हिदायत दी की कोई मरीज भर्ती नहीं लेना है. भर्ती मरीज को डिस्चार्ज होने के बाद इस अस्पताल को प्रशासन के द्वारा सील किया जाएगा. वहीं एसडीएम द्वारा अस्पताल और A-1 इमरजेंसी हॉस्पिटल की जांच की जाने के बाद फर्जी नर्सिंग होम संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है.
बता दें कि बीते दिन सदर अस्पताल पहुंची बनियापुर निवासी राजमती देवी ने अपने पुत्र मुकेश कुमार को गंभीर स्थिति में उपचार के लिए सदर अस्पताल लाया जहां रेफर के नाम पर दलालों के द्वारा उसे A-1 इमरजेंसी हॉस्पिटल पहुंचा दिया गया. जहां उपचार के नाम पर 24 घंटे में उससे ₹60 हजार रुपए उपचार के नाम पर ले लिया गया और उसके बाद पुन: सदर अस्पताल पहुंचा दिया गया था, क्योंकि उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाया था.