CHHAPRA DESK – बिहार के डीजीपी विनय कुमार पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार आज सारण पहुंचे. उनके डीआईजी कार्यालय पहुंचने के साथ सबसे पहले उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया. जिसके बाद उन्होंने कार्यालय में सारण प्रमंडल के तीनों जिला के एसपी के साथ समीक्षात्मक बैठक की. करीब तीन घंटे तक चली इस समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने अपराध नियंत्रण से लेकर अपराधियों की गिरफ्तारी, स्पीडी ट्रायल चलाकर कर अपराधियों की नकेल कसने, अपने-अपने क्षेत्र में नियमित गश्ती कराने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध नियंत्रण करना पुलिस के लिए पहली चुनौती है.वही सड़कों पर मोटरसाइकिल पर प्रेस व पुलिस की गाड़ियों को नियमित तौर से जांच करने का निर्देश दिया गया.
आए दिन पुलिस व प्रेस की गाड़ियों से ही बड़ी-बड़ी घटना को अंजाम दिया गया है. उन्होंने बताया बिहार की सड़कों पर चल रही कई गाड़ियों के ऊपर पुलिस, प्रेस, आर्मी का स्टीकर लगा रहता है. जिसे पुलिस कर्मी, प्रेस कर्मी, आर्मी के जवान चलाते नहीं दिखते हैं बल्कि उनकी गाड़ी को दूसरा व्यक्ति चलाते नजर आता है. जो परिवार का सदस्य या दोस्त होता है. ऐसे स्टीकर का उपयोग आसामाजिक तत्व के लोग भी धड़ल्ले से कर रहे हैं और आपराधिक वारदातों को बेखौफ अंजाम दे रहे हैं. अपराधिक तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस के ऐसी गाड़ियों की जांच करना आवश्यक है. बैठकर में सारण प्रक्षेत्र डीआईजी नीलेश कुमार, सारण एसपी डॉ कुमार आशीष, सिवान एसपी, गोपालगंज एसपी मौजूद रहे.