CHHAPRA DESK – शादी समारोह में मिलने के बाद आंखें चार हुई और दोनों ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर आदान-प्रदान कर लिया. फिर एक वर्षों तक फोन पर बातचीत और मिलने-जुलने के बाद अंतत ग्रामीणों की पहल पर शादी मंदिर में करा दी गई. हालांकि पहले तो लड़के के परिवार वाले तैयार नहीं थे लेकिन बाद में सब कुछ सामान्य हो गया और दोनों को मंदिर में ही शादी करवा दी गई. मामला सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र से सामने आया है. थाना क्षेत्र के नरवा गांव निवासी बृजेश कुमार और लालपुर गांव की मंतूर्ण कुमारी का एक वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों की मुलाकात एक शादी समारोह में हुई थी, जहां उन्होंने एक-दूसरे को मोबाइल नंबर दिए थे.
घटनाक्रम तब नया मोड़ ले लिया जब बृजेश ने मंतूर्ण को मुंबई बुलाया. हालांकि, परिजनों के दबाव में उसे वापस एकमा लाना पड़ा.एक सप्ताह पूर्व लड़की घर से गायब हो गई. तब बृजेश अपने दोस्तों के साथ एकमा बाजार आया, तो लड़की के परिजनों ने उसके दोस्तों को बंधक बना लिया और विवाह का दबाव बनाया. तब स्थानीय जनप्रतिनिधियों और बुद्धिजीवियों की पहल पर दोनों का विवाह कराया गया. विवाह में सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. यह अनूठा विवाह सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया. मंतूर्ण ने बताया कि बृजेश विवाह के लिए मन से तैयार थे, लेकिन परिजनों के दबाव में सहमति नहीं दे पा रहे थे. अंततः, स्थानीय लोगों की मध्यस्थता में विवाह सम्पन्न हुआ और नवविवाहिता को उसके पति के घर विदा कर दिया गया.