हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली का त्योहार मनाया जाता है। अगले दिन रंगों की होली खेली जाती है। होलिका दहन का त्योहार बुराई की अच्छाई पर जीत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है। इस साल होली पर्व 14 मार्च को मनाया जाएगा।

होलिका दहन के समय अग्नि में सूखा नारियल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से मनोकामना पूरी होती हैं। इससे मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं। वे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।

होलिका दहन के दौरान आग में गेहूं की बाली, गोईंठा और काला तिल अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। आदमी के जीवन में सुख- समृद्धि बनी रहती है।

होलिका दहन में पीली सरसों चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से तरक्की के योग बनने लगेंगे। अगर किसी को बहुत मेहनत और प्रयास के बाद भी कारोबार और करियर में तरक्की नहीं मिल रही हो तो वे ऐसा कर सकते हैं। ऐसा करने से कारोबार में लाभ और रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।




