आजकल सोशल मीडिया का जमाना है। हर कोई सोशल मीडिया पर उपलब्ध है। सब लोग पल पल की जानकारी से अपडेट होने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन थोड़ी सी असावधानी से बड़ा गड़बड़झाला हो जा रहा है। छोटी सी चूक से लोग साइबर ठगों के शिकार हो जा रहे हैं।

सरकार सोशल मीडिया, एसएमएस, रेडियो और डिजिटल डिस्प्ले के माध्यम से साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है। हाल ही में BHARATPOL पोर्टल भी लॉन्च किया गया है, जिससे भारतीय और विदेशी एजेंसियों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान तेज किया जा सके। CBI, G-7 24/7 नेटवर्क की नोडल एजेंसी के रूप में भी काम कर रही है, जिससे साइबर अपराधों में डेटा संरक्षित किया जा सके।

गृह मंत्रालय (MHA) ने राज्यसभा को बताया है कि उसके भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) ने अब तक 3,962 Skype आईडी और 83,668 WhatsApp अकाउंट्स को ब्लॉक किए हैं। ये अकाउंट्स डिजिटल अरेस्ट स्कैम में संलिप्त थे, जहां साइबर अपराधी खुद को कानून प्रवर्तन एजेंसियों का अधिकारी बताकर लोगों से ठगी कर रहे थे।



