होली पर इस बार भद्रा का संकट मंडरा रहा है। भद्रा के कारण इस बार होलिका दहन के मुहूर्त में देरी होगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, होली पर्व चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। उससे ठीक एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन पूर्णिमा के दिन प्रदोष काल में करना सबसे शुभ होता है। इस दौरान भद्रा मुख को त्याग करके रात में ही होलिका दहन करना शुभ माना जाता है।

इस बार होलिका दहन 13 मार्च को किया जाएगा। होलिका दहन की तिथि सुबह 10:35 बजे से शुरू हो जाएगी। इसका समापन 14 मार्च को दोपहर 12:23 बजे होगा। इसी पूर्णिमा तिथि के साथ भद्रा का साया भी लग जाएगा। भद्रा सुबह 10:35 बजे से लग गई है। इसका समापन रात 11 बजकर 26 मिनट तक होगा। इसके बाद ही होलिका दहन किया जाएगा। भद्रा का साया करीब 13 घंटे का रहेगा। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च की रात 11: 26 बजे से शुरू होगा और 14 मार्च को रात 12:30 बजे तक रहेगा।



