70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा दोबारा कराने की छात्रों की मांग के समर्थन में 15 दिनों से आमरण अनशन कर रहे जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गुरुवार(16 जनवरी) को अनशन तोड़ दिया। गुरुवार को दोपहर बाद एलसीटी घाट पर जन सुराज आश्रम में केला खाकर आमरण अनशन समाप्त किया। उन्होंने बीपीेएससी 70वीं पीटी परीक्षा समेत 5 मांगों को लेकर 2 जनवरी से पटना गांधी मैदान में खुले आसमान को नीचे आमरण अनशन पर शुरू किया था।
अनशन तोड़ने से पहले प्रशांत किशोर ने गंगा नदी में डुबकी लगाकर स्नान किया और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मंत्रोच्चार के बीच पूजा किया जिसके के लिए हवन कुंड बनाया गया था। गांधी मैदान में अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर को 6 जनवरी को पटना पुलिस ने अहले सुबह गिरफ्तार कर लिया लेकिन उसी दिन कोर्ट से उन्हें बेल दे दिया गया। उसके बाद प्रशांत किशोर ने अनशन जारी रखा और उनकी तबीयत भी बिगड़ गई तो उन्हें पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सेहत में सुधार होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई लेकिन प्रशांत किशोर ने अपना अनशन जारी रखा।
अस्पताल से प्रशांत किशोर की छुट्टी के बाद गंगा किनारे निजी जमीन पर टेंट सिटी का निर्माण शुरू किया गया। माना जा रहा था कि यहीं पीके अपना अनशन जारी रखेंगे और आंदोलन की आगे की रूपरेखा तय की जाएगी। प्रशासन ने टेंट सिटी के निर्माण पर रोक दिया। लेकिन मंगलवार को जिला प्रशासन ने उन्हें मरीन ड्राइव के पास अस्थाई कैंप बनाने की अनुमति दे दी। इसके बाद जन सुराज पार्टी के तरफ से टेंट सिटी बनाई गई। टेंट में पार्टी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देने के लिए एक बड़ा हॉल भी बनाया गया है। जिसे जन सुराज आश्रम नाम दिया गया। जिसमें रहने को कमरे भी हैं। सुबह गंगा स्नान करने के बाद कार्यकर्ता महात्मा गांधी का भजन भी करेंगे और जन सुराज का आन्दोलन जारी रहेगा। मरीन ड्राइव पर टेंट सिटी के हर गतिविधि पर प्रशासन ने नजर रखी है।बताते चलें कि इससे पहले राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने 12 परीक्षार्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि वो संवैधानिक दायरे में रहकर जो भी बनेगा, वो करेंगे। राज्यपाल ने प्रशांत किशोर से अनशन खत्म करने की अपील की थी। वहीं पटना हाईकोर्ट में बीपीएससी अभ्यर्थियों की दोबारा परीक्षा कराने की मांग को लेकर जन सुराज के सहयोग से याचिका भी दाखिल की गई है।