राजधानी पटना की परिवहन व्यवस्था को सुरक्षित, व्यवस्थित एवं जाम मुक्त बनाने की कवायद तेज हो गई है। क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के अध्यक्ष सह प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े के निर्देश पर ऑटो और ई-रिक्शा परिचालन के लिए नीति निर्धारण हो रहा है। राजधानी में तीन रंग के जोन बनाए जाएंगे और इन वाहनों को अपने जोन के अनुसार ही चलने की अनुमति होगी।अप्रैल से जोन के अनुसार ही राजधानी में ऑटो और ई-रिक्शा चलेंगे। नई व्यवस्था के तहत नीले, हरे और पीले रंग का जोन बनाया जाएगा। जोन के अनुसार तय रूटों पर ही ऑटो और ई-रिक्शा चलाने की अनुमति होगी। राजधानी में इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इन गाड़ियों पर क्यू आर कोड भी अंकित रहेगा।
जोन के अनुसार पार्किंग के लिए भी निश्चित स्थान चिह्नित किए जाएंगे। रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा एवं बस स्टैंड से रिजर्व ऑटो का परिचालन तीनों जोन के सभी रूटों पर किया जा सकेगा। व्यक्तिगत कार्य के लिए चालक किसी भी जोन में जा सकेंगे, लेकिन उन्हें ओन का बोर्ड लगाना होगा और रास्ते में सवारी उतारना या चढ़ाना नहीं होगा।
नगर निगम क्षेत्र के अलावा फुलवारीशरीफ, दानापुर व खगौल नगर परिषद को तीन जोन में रखा जाएगा। इन क्षेत्रों में चलने वाले करीब 25 हजार ऑटो को तीन रंगों के मुताबिक जोन में परिचालन की अनुमति होगी। करीब 10 हजार ई-रिक्शा के लिए भी निर्णय लिए जा रहे हैं।
गाड़ियों पर क्यू आर कोड अंकित रहने से यात्रियों को इन गाड़ियों और चालक से संबंधित जानकारी मिल सकेगी। व्यक्तिगत कार्य के लिए चालक किसी भी जोन में जा सकेंगे, लेकिन उन्हें ओन का बोर्ड लगाना होगा और रास्ते में सवारी उतारना या चढ़ाना नहीं होगा।