बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले 12 लाख नौकरी का वादा कर चुके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस वादे को पूरा करने में लग गए हैं। लक्ष्य को हासिल करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को सीएम नीतीश ने 6837 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा।मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद कक्ष में आयोजित समारोह के दौरान सीएम ने बिहार सरकार के विभिन्न विभागों मे नवनियुक्त 6341 कनीय अभियंता और 496 अनुदेशकों समेत कुल 6837 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंप दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के अलावा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा समेत सरकार के अन्य मंत्री भी मौजूद रहे। सरकार की तरफ से दावा किया गया है कि 12 लाख नौकरियों में से अबतक 9 लाख 13 हजार युवाओं को नौकरी दी जा चुकी है।
कार्यक्रम के बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार लगातार युवाओं को रोजगार दे रही है। 12 लाख सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य में 9 लाख 13 हजार नौकरी दी जा चुकी है। 2005 से 2020 तक कुल 7 लाख 50 हजार लोगों को नौकरी दी जा चुकी थी। नीतीश कुमार जो कहते हैं वह कर रहे हैं। लालू प्रसाद के परिवार को अपनी उपलब्धि गिनानी चाहिए। नीतीश कुमार की उपलब्धि पर क्या बात कर रहे हैं। नौकरी देने का क्रेडिट नीतीश कुमार का है लालू परिवार ना ले।
वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नियुक्ति पत्र वितरण समारोह बढ़ता बिहार विकसित बिहार का उदाहरण है। RJD के कई नेता मंत्री थे और तेजस्वी यादव खुद पथ निर्माण मंत्री रहे, विभाग में एक भी नियुक्ति पत्र नहीं दिया था। एनडीए सरकार की गारंटी है युवाओं को रोजगार देना। तेजस्वी यादव 15 साल के पिता के शासनकाल की उपलब्धि को लेकर चुनाव में जाएं। नीतीश कुमार के नौकरी देने की उपलब्धि को अपना बताकर चुनाव में क्यों जा रहे हैं। तेजस्वी का ना तो विजन है ना कोई मिशन है। एक ही मिशन है भ्रष्टाचार को बढ़ाना और खुद आगे बढ़ाना।
वहीं राहुल गांधी के दौरे पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी कहीं आ जा सकता है। देश की जनता समझ चुकी है सोने के चम्मच लेकर पैदा होने वाले को जनता स्वीकार नहीं करेगी। जनता के बीच जो काम करेगा जनता उसे ही स्वीकार करेगी। दिल्ली चुनाव पर कहा कि केजरीवाल राजनीतिक फ्रॉड हैं। दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। फ्रॉडिज्म की राजनीति करने वाले का मतदान के बाद कल अंत हो जाएगा।