न्यूज़ विज़न। बक्सर
महाशिवरात्रि के दिन शहर में देवों के देव महादेव की बारात निकाली जाती है और भगवान शिव-पार्वती विवाह होता है। जिसको लेकर जिले में तैयारी शुरू हो गई है। वही शिव-पार्वती विवाह को लेकर शहर के रामरेखा घाट स्थित रामेश्वर नाथ मंदिर में रस्में शुरू हो चुकी है। शनिवार को मंदिर में हल्दी रश्म का भव्य आयोजन किया गया। हल्दी के कार्यक्रम में सैकड़ों महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। मंदिर का परिसर पीले रंग के वस्त्रों से सुसज्जित भक्तों से पट गया था। सभी भक्त और श्रद्धालु भगवान शिव और माता पार्वती की भक्ति में लीन दिखे।
श्री रामेश्वरनाथ मंदिर में पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम के तहत भगवान शिव और माता पार्वती की विवाह को लेकर हल्दी का रस्म तय था। दिन के करीब 11 बजे सैकड़ों भक्त और श्रद्धालु भगवान शिव के भजन पर नाचते-गाते रामरेखा घाट स्थित श्री रामेश्वरनाथ मंदिर पहुंचे। इस दौरान हर-हर महादेव और भगवान भोले भंडारी के जयघोष से रामरेखा घाट का इलाका गूंज उठा। मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद वहां मौजूद विद्वान पंडितों ने हल्दी की रस्म को संपन्न कराया। महिलाओं ने विधि-विधान के साथ भगवान शिव और माता पार्वती को हल्दी चढ़ाई। इसके अलावा श्रद्धालुओं ने जमकर हल्दी खेली। वहीं एक दूसरे को अबीर और गुलाल भी लगाया।
भगवान शिव-पार्वती की हल्दी के रस्म में महिला श्रद्धालुओं ने जमकर विवाह और हल्दी की गीत गाई। हरदी हरदिया दुब पातर ना….. समेत अन्य पारंपरिक हल्दी की गीत से मंदिर का परिसर गूंज उठा। माता पार्वती के मंदिर और महादेव के मंदिर में हल्दी चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई थी। हर्षोल्लास के साथ हल्दी रस्म की अदायगी की गई। मंदिर का परिसर हर-हर महादेव से गूंजता रहा। हल्दी रस्म संपन्न होने के बाद श्रद्धालुओं ने चावल, दाल, सब्जी, दहीबड़ा आदि का प्रसाद ग्रहण किया।