महिला एवं बाल विकास निगम, मुंगेर द्वारा दिनांक 27 फरवरी 2025 को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान के तहत जिले के प्रत्येक प्रखंड में इलेक्ट्रॉनिक रथ के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इलेक्ट्रॉनिक रथ की शुरुआत
इस जागरूकता अभियान की शुभारंभ जिला मुख्यालय से किया गया, जहाँ जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (ICDS) रेखा कुमारी ने हरी झंडी दिखाकर इलेक्ट्रॉनिक रथ को रवाना किया। इस मौके पर जिले के कई महत्वपूर्ण अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
उपस्थित विशिष्ट अतिथि
इस महत्वपूर्ण अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे, जिनमें मुख्य रूप से—
- शालीग्राम प्रसाद, जिला मिशन समन्वयक, मिशन शक्ति-हब, मुंगेर
- मनोज कुमार मंडल, वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ
- नीतीश कुमार, लेखा सहायक
- शिप्रा कुमारी, केंद्र प्रशासक, वन स्टॉप सेंटर, मुंगेर
- पूजा कुमारी, पारा मेडिकल पर्सन
- मुकेश शर्मा, कार्यालय सहायक
- बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (मुंगेर सदर एवं मुंगेर ग्रामीण)
इसके अलावा अन्य पदाधिकारी, कर्मचारी, स्कूली छात्राएं एवं गणमान्य नागरिक भी इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शामिल हुए।
योजना का उद्देश्य एवं इलेक्ट्रॉनिक रथ की भूमिका
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का मुख्य उद्देश्य समाज में लैंगिक समानता, बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को बढ़ावा देना है। इस योजना के अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक रथ के माध्यम से जिले के सभी प्रखंडों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, जिसमें आम जनता को बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा।
इलेक्ट्रॉनिक रथ के माध्यम से विभिन्न ऑडियो-विजुअल साधनों का उपयोग कर बेटियों की शिक्षा और सशक्तिकरण का संदेश दिया जाएगा। इस रथ में वीडियो प्रेजेंटेशन, पोस्टर, बैनर, जागरूकता गीत, नुक्कड़ नाटक और अन्य संचार माध्यमों का प्रयोग किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुड़ सकें।
जागरूकता अभियान का प्रभाव
इस अभियान से न केवल बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि लोगों की सोच में सकारात्मक बदलाव भी आएगा। इस तरह के कार्यक्रम समाज में बेटियों के महत्व को उजागर करने एवं उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
समापन
इस जागरूकता अभियान की सफलता को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। समाज के सभी नागरिकों, विशेषकर माता-पिता, शिक्षकों एवं युवाओं को इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की गई है।
इस पहल से यह उम्मीद की जा रही है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के संदेश को घर-घर तक पहुँचाया जाएगा और समाज में बेटियों के प्रति सम्मान, सुरक्षा और शिक्षा का माहौल सुदृढ़ होगा।