*धन के साथ अज्ञान की आसक्ति की वृद्धि
(हरिप्रसाद शर्मा)नैमिषारण्य तीर्थ / सीतापुर/ भगवान श्रीजगन्नाथ के द्वितीय वार्षिक पाटोत्सव एवं श्री लक्ष्मीनारायण यज्ञ के साथ संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन सुप्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में भव्य सजावट के साथ हो रही है ।
व्यासपीठ से रामानुजाचार्य पुष्कर पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामचन्द्राचार्य ने श्रीराम कथा के सातवें दिवस शुक्रवार को श्रौताओं को कहा कि मनुष्य जो जीवन में जीता है वहीं वृद्धावस्था में प्राप्त होता है । श्रीराम कथा में भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया । जगद्गुरु ने कहा कि धन के साथ अज्ञान की आसक्ति की वृद्धि होती हैं । उन्होंने श्रोताओं से कह कि पापों के नाश के लिए बुद्धि की प्राप्ति होती है । मनुष्य की प्रवृत्ति दो प्रकार से की है एक मनुष्य अकेला होता है, दूसरा अति अकेला है । उन्होंने संसार में उन्होंने व्याख्या की कि अकेला व्यक्ति पाठ कर रहा होता है, परिवार के साथ रहता है । वहीं अति अकेला व्यक्ति संसार से भटकता है, अपनों से अलग भगवान का का चिन्तन करता रहता है । स्वामी रामचन्द्राचार्य ने कहा कि शास्त्रों में कहीं नहीं कहा गया है कपड़ों से संत की पहचान होती हैं । संत की पहचान चरित्र, आन्तरिक साधुता से पहचाना जा सकता है ।
जगद्गुरु स्वामी जी ने गांधीवादी चिन्तक जनार्दन शर्मा की लिखी पुस्तक श्रीमद्भगवत गीता भावार्थ- दर्शन, हिन्दी- अंग्रेज़ी की सरल भाषा में भक्ति एवं ज्ञान पर विभिन्न अध्यायों का संकलन जनार्दन शर्मा द्वारा किया गया । जिसका विमोचन श्रीराम कथा के दौरान किया है । विमोचन के दौरान परम पूज्य संत लक्ष्मी प्रपन्नार्च त्रिदण्डी स्वामी बक्सर एवं गया पीठाधीश्वर जगद्गुरु व पुष्कर अष्ठ भू बैकुंठ आश्रम के स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य की उपस्थिति में पुस्तक का विमोचन किया गया ।
शुक्रवार को जगन्नाथ मंदिर में क़रीब तेरह बटुको को यज्ञोपवीत संस्कार ( जनेऊ) कराया गया । आयार्य ग़ुरूप शास्त्री द्वारा विधिवत ढंग से यज्ञोपवीत संस्कार कराया गया है ।व्यासपीठ के मंच से उद्बोधन किया गया शनिवार को प्रातः दस बजे भगवान का अभिषेक किया जाएगा तत्पश्चात् अन्नकूट का भोग लगाया जाएगा ।
श्रीराम कथा की यजमान सवाई माधोपुर की सुश्री अर्चना गुप्ता एवं उनकी परिवार रहा, जिन्होंने श्रीराम कथा का पूजन व आरती की।
पिछले दो दिनों से जगद्गुरु स्वामी रामचन्द्राचार्य के सान्निध्य में प्रातः व सांयकाल लक्ष्मी नारायण यज्ञ प्रतिदिन हो रहा है । जिसको आचार्यत्व नन्दकिशोर शास्त्री के द्वारा विद्वान पंडितों यज्ञ किया जा रहा है । जिसमें हज़ारों श्रद्धालुओं ने अपनी भागीदारी आहूति दे रहे हैं ।
वहीं कथा श्रवण करने के लिए जगद्गुरु स्वामी लक्ष्मी प्रपन्नाचार्य, जीयर मठ, बक्सर ,गया पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी वेंकटेश प्रपन्नातार्य,एवं झालरिया मठ के स्वामी भूदेव सम्मिलित हुए हैं । वहीं स्वामी अनिरूध्दाचार्य, स्वामी चतुर्भुज दास महाराज,पंडित नन्दकिशोर शास्त्री,उपेंद्र सिंह राजावत सवाई माधोपुर , श्रीमती मधु कंवर ,अवध बिहारी मिश्रा फर्रुखाबाद से श्रीमती कुंती मिश्रा ,मुनेंद्र सिंह बदायूं जनपद, रायपुर मारवाड़ से श्रीमती कौशल्या देवी, तीर्थराज पुष्कर से शिक्षाविद श्रीमती हरिइच्छा पाराशर ,हरिप्रसाद शर्मा , भाधव, आलोक मिश्रा आदि के अलावा हज़ारों महिला- पुरूषों ने श्रीराम कथा का श्रवण कर लाभ उठा रहे है ।