मुजफ्फरपुर साहेबगंज के विधायक डॉ. राजू कुमार सिंह के पर्यटन विकास मंत्री बनने के बाद उत्तर बिहारवासियों को पर्यटन क्षेत्र में नए बदलाव की उम्मीदें बढ़ गई हैं। खासकर सारण, तिरहुत और मिथिला के ऐतिहासिक, धार्मिक और आध्यात्मिक स्थलों के विकास को लेकर लोगों में उत्साह है। क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और आने वाला समय इसे अहम स्थिति में ला सकता है।

पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए कई वर्षों से प्रयास चल रहा है। लेकिन अब तक ठोस पहल नहीं हो सकी है। मंत्री डॉ. राजू कुमार सिंह से लोगों को आस है कि इस दिशा में सकारात्मक प्रयास होंगे और आने वाले दिनों में बिहार के इन क्षेत्रों को भी विशेष पहचान मिलेगी।

बिहार को पर्यटन हब बनाएँगे : डॉ. राजू कुमार सिंह
मंत्री ने कहा कि हम विश्व, बौद्ध एवं अन्य सभी धार्मिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक पर्यटन स्थलों के लिए ठोस योजना तैयार करेंगे, ताकि इसे स्मार्ट पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जा सके। राज्य सरकार की योजना है कि बिहार के प्रमुख स्थलों को देश और विदेश के सैलानियों के लिए आकर्षक बनाया जाए। हम केंद्र सरकार से भी सहयोग लेकर नई योजनाओं को मूर्त रूप देंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

पर्यटन विकास की कई प्रमुख योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इनमें रामायण सर्किट, बुद्ध सर्किट, जैन सर्किट, सूफी सर्किट, तिरहुत, मिथिला और दरभंगा जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है।

जनकपुर धाम को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए नेपाल सरकार से भी बातचीत चल रही है। इसके अलावा, पटना साहिब गुरुद्वारा, बोधगया, वैशाली और अन्य स्थानों को और विकसित करने की योजनाएं बनाई जा रही हैं।

विशेष रूप से गुरुद्वारा, बौद्ध स्थल, मंदिर, ऐतिहासिक धरोहर और पर्यटक आकर्षण केंद्रों का पुनर्विकास किया जाएगा, ताकि बिहार देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन सके।