मधेपुरा: मंडल कारा के जेलर को सत्ता रही जान की चिंता,डीएम और एसपी को लिखित आवेदन प्रेषित कर जेलर ने लगाया न्याय की गुहार

डीएम ने की तीन सदस्य जाँच कमिटी का गठन।

: जेल अधीक्षक संजय कुमार ने अपने ऊपर लगे सभी आरोप को किया ख़ारिज, कहा जाँच के बाद सब कुछ हो जाएगा अस्पष्ट :

रंजीत कुमार/मधेपुरा

मधेपुरा मंडल कारा के जेलर को सत्ता रही जान की चिंता,डीएम और एसपी को लिखित आवेदन प्रेषित कर जेलर ने लगाया न्याय की गुहार। खबर मधेपुरा कारा मंडल से जुड़ा है। जहाँ जेल अधीक्षक संजय कुमार की दबंगई का मामला प्रकाश मे आया है। जेल अधीक्षक श्री कुमार जेलर को फोन पर धमका रहा है और अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग भी किया जा रहा है। लिहाजा जेलर संजय कुमार गुप्ता को अपनी जान की चिंता सत्ता रही है। दरअसल मामला जेलर श्री गुप्ता के साथ गाली गलौज और जेल सुप्रीटेंडेंट संजय कुमार के द्वारा जान मारने की धमकी से संबंधित है। बता दें कि जेलर को जान से मारने व अमर्यादित भाषाओं मे गाली गलौज का एक ऑडियो भी इन दिनों तेजी से सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि इस मामले को लेकर जेलर श्री गुप्ता स्थानीय डीएम और एसपी को लिखित आवेदन देकर अपनी जान की सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाया है।

बताया जा रहा है कि मंडल कारा के अंदर विशेष कदियों को जेल सुप्रीटेंडेंट संजय कुमार के द्वारा विशेष सुविधा मुहैया करवाई जाती है और अन्य कदियों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। इतना हीं नहीं राशन सामग्री के नाम पर अनाप सनाप बिल भी बनाया जाता है इस बात का विरोध जेलर संजय कुमार गुप्ता और जेल मे पदस्थापित डॉक्टर सुशील कुमार सहनी के द्वारा हमेशा की जाती रही है जिस कारण जेलर व डॉक्टर का आपसी विवाद जेल सुप्रीटेंडेंट संजय कुमार के साथ पिछले 6 माह से चला आ रहा है। अब विवाद इतना बढ़ गया है कि जेलर को अपनी जान की चिंता सताने लगी है, इतना हीं नहीं जेलर श्री गुप्ता को जेल सुप्रीटेंडेंट के द्वारा चिकित्सक सुशील सहनी व कार्यलय मे पदस्थापित सिपाही के मोबाइल फोन पर भद्दी भद्दी गली भी दी जा रही है जिसका ऑडियो इन दिनों तेजी से सोशल मिडिया पर वायरल होने लगा है।

ऑडियो मे आप साफ साफ सुन सकते हैं किस तरह दबंग जेल अधीक्षक आदेश जारी कर रहे हैं अगर जेलर कार्यलय आता है तो उसे धक्का मारकर भगा दो इससे भी नहीं होता है तो गले मे हाथ डालकर पिटो। हालांकि जेलर श्री गुप्ता खुद कैमरे पर आने से बचते हुए बताया कि जेल के अंदर जेल अधीक्षक संजय कुमार के द्वारा मनमानी की जाती है, साथ हीं कथित कैदी के साथ विशेष रूप से विशेष सुविधा दी जाती है और अन्य कैदियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है।

जिसका हम लोग विरोध करते हैं तो जेल अधीक्षक श्री कुमार को नागावार लगता है जिस कारण हमें भी काफी टॉर्चर करता है और फोन पर भद्दी भद्दी गाली गलौज भी किया जाता है मुझे काफी परेशान किया जा रहा है लिहाजा मुझे पूर्व मे हर्ट एटेक भी हो चूका है फिलहाल पटना से इलाज चल रहा है मुझे आशंका है कि जेल अधीक्षक संजय कुमार अपराधियों से मिलकर मेरी हत्या ना करवा दें । हालांकि हम लोगों ने इस मामले को लेकर डीएम तरणजोत सिंह और एसपी संदीप सिंह से मिलकर उक्त अधीक्षक के विरुद्ध आवेदन दिया है। साथ हीं उचित जाँच कर न्याय की गुहार भी लगाया है।

वहीं जेल मे पदस्थापित डॉक्टर सुशील कुमार सहनी ने बताया कि विवाद का कारण वित्तीय अनियमिता है जबरण अनाप सनाप बिल पर हस्ताक्षर का दबाव डाला जाता है जो नहीं करने पर हम लोगों को जेल अधीक्षक के द्वारा टॉर्चर किया जा रहा है अन्य कर्मचारी भी खासे परेशान हैं जेल अधीक्षक के भय से किसी भी कर्मचारी का मुंह नहीं खुलता है आलम यह है कि जेल मे कैदियों को ठीक से पोस्टिक आहार भी नहीं मिलता है कैदी कमजोर होकर बीमार हो जाते हैं तो सारा माजरा हमारे ऊपर आ जाता है।

बहरहाल इस मामले मे डीएम तरणजोत सिंह ने जाँच कमिटी गठन की है जांच की प्रक्रिया चल रहा है जाँच के बाद हीं मामले का कोई खुलासा हो पाएगा,आखिर जेलर व चिकित्सक और जेल अधीक्षक के बीच चल रही विवाद का क्या मामला है और कौन दोषी हैं। वहीं जेल सुप्रीटेंडेंट संजय कुमार ने बताया कि इस तरह की कोई बात नहीं जाँच की जा रही जाँच के बाद सब कुछ सामने आ जाएगा। बहरहाल इस मामले को लेकर डीएम तरणजोत सिंह ने बताया कि इस गंभीर मामले मे त्रिस्तरीय जाँच कमिटी का गठन किया गया है बहुत जल्द जाँच के बाद मामला अस्पष्ट हो जा

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