आस्था की डुबकी के साथ की गयी गंगा मां से सुख समृद्धि की प्रार्थना !


ठंड पर भारी रही आस्था , लाखों ने किया गंगा  स्नान

बीआरएन बक्सर। महर्षि विश्वामित्र और वामन की नगरी बक्सर में मंगलवार को मकर संक्रांति पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा। ठंड के मौसम के बावजूद गंगा घाटों पर शहर के अतिरिक्त दूर दराज से श्रद्धालु गंगा स्नान और दान के लिए पहुंचे थे। इस दौरान ब्रह्म मुहूर्त से ही रामरेखा घाट , श्री नाथ बाबा घाट , सिद्धनाथ घाट समेत सभी घाटों पर लोगों की भारी भीड़ रही। मकर संक्रांति के पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा मे आस्था की डुबकी लगायी। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन तैयार दिखी। पौष पूर्णिमा के बाद मकर संक्रांति पर्व पर लोग गंगास्नान के लिए भारी संख्या में पहुंचे थे। इस दौरान लोगों ने मां गंगा से अपने परिवार की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना किया। साथ ही गंगा घाट पर मौजूद पंडा समाज और जरूरतमंदों को अन्न, तिल, गुड़, फल, सब्जी आदि का दान भी दिया।

बक्सर पुलिस रही अलर्ट मोड मे

बक्सर पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड मे रही। पुलिस प्रशासन के द्वारा घाट के मार्गों पर पैनी नजर रखी गयी थी। लोगों से अपने सामान और आवागमन को लेकर सतर्क रहने की भी हिदायत दी जा रही थी। माॅडल थाना से रामरेखाघाट जाने वाले मार्ग पर गाडियों का आवागमन बंद कर दिया गया था।

     मकर संक्रांति पर्व का महत्व

कहा जाता है कि मकर संक्रांति पर्व फसल के मौसम की शुरुआत है। इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है, इसलिए मकर संक्रांति सूर्य के मकर राशि में गोचर का प्रतीक है। इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं और सर्दी घटना शुरू हो जाती है। वहीं मकर संक्रांति के बाद दिन बड़े होने लगते हैं और उत्तरायण की यह अवधि लगभग छह महीने तक रहती है। हिंदू धर्म में इस दिन स्नानोपरांत दान पुण्य आदि करने को कहा जाता है। इस दिन के साथ ही खरमास समाप्त हो जाता है और सभी शुभ कार्य फिर से आरंभ हो जाते हैं।

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