डीएम ने फीता काटकर मकर संक्रांति महोत्सव 2025 का किया शुभारंभ ..

बीआरएन बक्सर  जिला पदाधिकारी ने सभी बक्सर जिलेवासियों को मकर संक्रांति की बधाई दी। इस कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार एवं जिला प्रशासन बक्सर के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को सिपाही घाट,सेन्ट्रल जेल रोड में मकर संक्रांति महोत्सव 2025 का आयोजन किया गया। जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने फीता काटकर मकर संक्रांति कार्यक्रम 2025 का शुभारंभ किया। साथ ही पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती सरोज देवी, अध्यक्ष नगर परिषद बक्सर कमरून निशा, जिला परिषद सदस्यों, अन्य जनप्रतिनिधिगण, सिविल सोसाइटी के सदस्य, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोगों के द्वारा संयुक्त रूप से बैलून गुच्छ छोड़कर कार्यक्रम का आगाज किया गया।जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि पौष मास में जिस दिन सूर्य का मकर राशि में प्रवेश होता है उस दिन मकर संक्रांति मनाया जाता है। इसे हम खिचड़ी के रूप में भी जानते है। यह शुभता और समृद्धि का संकेत देता है। मकर संक्रांति के दिन में चूड़ा- दही, तिल और गुड़ से बने व्यंजन जैसे तिलकुट, तिलवा,तथा रात को खिचड़ी विशेष रूप से खाया जाता है। लोग गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान कर पूजा-अर्चना करते हैं और अपने परिवार, मित्रों और जरूरतमंदों के साथ यह खुशी बांटते हैं।यह पर्व सूर्य देवता को ही समर्पित है। इसके साथ-साथ सामाजिक मेल-जोल का प्रतीक है। यह पर्व सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह पर्व किसानों के लिए नई फसल के आगमन का प्रतीक है, जिससे हमारे जीवन में समृद्धि और खुशहाली आती हैं। यह एक ऐसा समय है जब हम अपनी संस्कृति और धरोहर के प्रति गर्व महसूस करते हैं।महोत्सव में बक्सर से जुड़ी विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों का स्टाल भी लगाया जा रहा है, ताकि बक्सरवासी अपने जिले में तैयार होने वाली विभिन्न प्रकार के लोकल हैंडीक्राफ्ट इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके और इसे बढ़ावा दे सकें। बक्सर का आध्यात्मिक परिवेश में भी एक अलग इतिहास रहा है। जिला प्रशासन द्वारा मकर संक्रांति के इस अवसर को बक्सरवासियों के लिए ऐतिहासिक बनाने हेतु यह निर्णय लिया गया है। मकर संक्रांति महोत्सव को सफल बनाने हेतु जिलेवासियों के सहयोग की सराहना की एवं बताया कि आगामी वर्षों में मकर संक्रांति महोत्सव पूरे देश में अपना एक नाम स्थापित करेगा।

इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल प्रतियोगिता यथा सैक रेस, चम्मच दौड़, वॉलीबॉल, जूडो, खो खो, म्यूजिकल चेयर, पतंगबाजी, नशा मुक्ति पर नुक्कड़ नाटक, दहेज प्रथा एवं बाल विवाह को रोकने हेतु सेल्फी स्टैंड आदि का आयोजन किया गया। विशेष रूप से वैसे युवा जो रील मेकिंग और फोटोग्राफी में दिलचस्पी लेते है उनके लिए भी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।जिला पदाधिकारी द्वारा विभिन्न विभागों के द्वारा लगाये गये स्टॉल का भी निरीक्षण किया गया। कार्यक्रम में जिला प्रशासन, सिविल सोसाइटी एवं जनप्रतिनिधि के बीच Tug-O’-War (रस्साकशी) फ्रेंडली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें जिला प्रशासन की टीम ने जीत प्राप्त की।

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