दरभंगा | केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) और बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का रविवार को राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र, दरभंगा में किसान संगोष्ठी का आयोजन होने जा रहा है। इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताते हुए सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने इसकी तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
हम बिहार में मखाना बोर्ड स्थापित कर रहे हैं। इसके लिए मैं 23 फरवरी को दरभंगा में मखाना किसानों से चर्चा करूंगा।
मखाना उत्पादक किसानों को हम अधिक सुविधाएं प्रदान कर सकें, इसको लेकर भी हम विचार-विमर्श करेंगे। pic.twitter.com/dtumIT0foC
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 21, 2025
📌 किसान संगोष्ठी की तैयारियों की समीक्षा
📍 सांसद डॉ. ठाकुर ने कृषि विभाग और मखाना अनुसंधान केंद्र के अधिकारियों से कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
📍 बैठक में वरीय वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार, प्रभारी डॉ. इंदुशेखर, डॉ. संदीप, यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. समीर वर्मा, नाबार्ड की जिला प्रबंधक डॉ. राजनंदिनी, जाले कृषि विज्ञान केंद्र के निदेशक दिव्यांशु शेखर समेत दो दर्जन से अधिक कृषि विशेषज्ञ शामिल रहे।
📍 केंद्रीय बजट में मखाना बोर्ड की घोषणा के बाद यह पहला बड़ा कार्यक्रम होने जा रहा है, जिसे राष्ट्रीय स्तर तक पहचान दिलाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
🌾 मखाना खेती को मिलेगा बढ़ावा
✅ मखाना बोर्ड के तहत खेती के क्षेत्र विस्तार और जागरूकता बढ़ाने पर जोर।
✅ मखाना उत्पादन का लक्ष्य 74 मीट्रिक टन (MT) से बढ़ाकर 2000 मीट्रिक टन करने का निर्देश।
✅ कृषि सब्सिडी बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्री से मांग की जाएगी।
✅ दरभंगा का भौगोलिक क्षेत्र 3/4 पानी से प्रभावित होने के कारण मखाना को मुख्य कृषि फसल के रूप में विकसित करने की पहल।
मखाना किसानों के लिए बड़े प्रस्ताव
🔹 अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की मांग।
🔹 मखाना किसानों के लिए बड़े रेस्ट हाउस के निर्माण का प्रस्ताव।
🔹 मखाना बोर्ड के लिए अलग से बजट प्रावधान सुनिश्चित करने की सिफारिश।
🔹 वैश्विक बाजार तक पहुंच दिलाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश।
“मखाना अनुसंधान और खेती देश के लिए एक पैमाना बनेगा”
सांसद डॉ. ठाकुर ने कहा कि यह कार्यक्रम मखाना किसानों के लिए एक नई दिशा तय करेगा। केंद्र सरकार की मखाना नीति को सफल बनाने और मिथिला क्षेत्र को “मखाना हब” के रूप में विकसित करने के लिए यह संगोष्ठी मील का पत्थर साबित होगी।
प्रमुख लोग रहे मौजूद
इस बैठक में दरभंगा पूर्वी जिलाध्यक्ष विनय पासवान, बबलू पंजीयार, गोपाल चौधरी, पिंटू झा, विकास विवेक चौधरी, अश्विनी साह, आशुतोष झा, पुरुषोत्तम सिंह समेत कई अन्य पदाधिकारी और किसान प्रतिनिधि उपस्थित रहे।