कोसी-सीमांचल V/s Darbhanga में फंसा दरभंगा का मखाना बोर्ड, अब कैसे बनेगा हब,

मखाना बोर्ड को लेकर पप्पू यादव का बड़ा ऐलान क्या कहता है, दरभंगा में मखाना बोर्ड स्थापना का यह विरोध, मखाना के साथ न्याय है या कुछ और…राजनीतिज्ञों को समझना होगा, सवाल बिहार की एका, मखाना का हब उसकी ग्लोबल मिठास का है…

🔹 पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने मखाना बोर्ड को लेकर आर-पार की लड़ाई शुरू करने का ऐलान किया है। उन्होंने बिना नाम लिए जेडीयू नेता संजय झा पर निशाना साधते हुए कहा कि कोसी और सीमांचल के हक को दरभंगा ले जाने की साजिश हो रही है।

📌 मखाना बोर्ड को लेकर पप्पू यादव के आरोप

🟢 मखाना का उत्पादन सबसे ज्यादा कोसी और सीमांचल क्षेत्र में होता है।
🟢 इसके बावजूद सरकार मखाना बोर्ड को दरभंगा में स्थापित करने की तैयारी कर रही है।
🟢 कृषि मंत्री ने खुद दरभंगा में बोर्ड स्थापित करने की घोषणा की है, जिसका वह पुरजोर विरोध करेंगे।

🚨 आंदोलन की चेतावनी

कोसी और सीमांचल क्षेत्र को सांकेतिक रूप से बंद करने की चेतावनी।
जरूरत पड़ी तो रेलवे ट्रैक पर बैठकर विरोध करेंगे।
केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस फैसले का विरोध किया जाएगा।

🛤️ पूर्णिया में रेलवे और हवाई सेवा का विकास

💡 पप्पू यादव ने कहा कि उनके सांसद बनने के बाद पूर्णिया में रेलवे और हवाई सेवा का विस्तार हुआ है।
📜 प्रधानमंत्री और संबंधित मंत्रियों को पत्र लिखकर उन्होंने रेलवे और एयरपोर्ट के लिए पहल की।
कटिहार, किशनगंज, अररिया और पूर्णिया में सीएनजी पंप सेवा उनके प्रयास से शुरू हुई।

क्या कहा था मंत्री संजय कुमार झा ने

🎤 पप्पू यादव का बयान:

“अगर सरकार ने कोसी और सीमांचल के साथ अन्याय किया, तो हम सड़कों पर उतरेंगे और मखाना बोर्ड को सीमांचल से बाहर नहीं जाने देंगे।”

🚨 अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है और कोसी-सीमांचल बनाम दरभंगा की यह लड़ाई किस मोड़ पर जाती है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *