महाराष्ट्र विधानसभा से अबू आजमी के निलंबन के बाद, बिहार में भी औरंगजेब को लेकर राजनीति गर्मा गई है। जेडीयू के विधान पार्षद खालिद अनवर ने औरंगजेब को एक अच्छा शासक बताते हुए कहा कि वह निर्दयी शासक नहीं थे, बल्कि बहुत अच्छे राजा थे। खालिद अनवर के इस बयान के बाद बीजेपी के नेताओं ने उनकी सदस्यता रद्द करने और उन्हें निलंबित करने की मांग की है।
बीजेपी एमएलए हरिभूषण ठाकुर की त्वरित “गजवा हिंद”
बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने खालिद अनवर पर हमला करते हुए कहा कि जिनकी मानसिकता “गजवा हिंद” जैसी विचारधारा से प्रभावित है, उनका इस तरह का बयान समझ से बाहर है।
इन्हें देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है
उन्होंने कहा कि जेडीयू के नेता और औरंगजेब के समर्थन में बयान देने वालों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। ठाकुर ने कहा, “अगर इन लोगों को औरंगजेब जैसे शासक का गुणगान करने की आदत है तो इन्हें देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है।”
अबू आजमी का बयान और सस्पेंशन
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने सोमवार को बयान दिया था कि औरंगजेब न्यायप्रिय राजा थे और उनके शासन में भारत सोने की चिड़ीया बना। इस पर आलोचनाओं का सामना करते हुए आजमी ने इतिहासकारों का हवाला दिया और माफी भी मांगी। हालांकि, महाराष्ट्र विधानसभा ने उन्हें सस्पेंड कर दिया, और बीजेपी नेताओं ने उनके बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
खालिद अनवर का औरंगजेब के पक्ष में बयान
खालिद अनवर ने बुधवार को अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि औरंगजेब को जालिम नहीं, बल्कि एक अच्छा शासक माना जाना चाहिए। उनका कहना था कि बड़े-बड़े इतिहासकारों ने भी इसे स्वीकार किया है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में औरंगजेब पर चर्चा क्यों हो रही है, यह समझ से परे है।
‘खालिद अनवर को निलंबित किया जाना चाहिए’
हरीभूषण ठाकुर ने कहा, “हम मांग करते हैं,वैसे लोग जो बाबर, औरंगजेब की मानसिकता के बचे हुए हैं उनको कुचल दिया जाए। उन्होंने गठबंधन को लेकर कहा कि हमारे साथ के हों या हमारे परिवार के ही लोग क्यों न हों जो भी उस क्रूर शासक का गुणगान करता है वह किसी का नहीं है। निश्चित रूप से उन पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। वह विधान परिषद में हैं, उनकी सदस्यता रद होनी चाहिए। तत्काल उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए।
महागठबंधन और कांग्रेस के झगड़े पर भी टिप्पणी
इस बीच, खालिद अनवर ने महागठबंधन में मुख्यमंत्री चेहरा पर विवाद को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि RJD और कांग्रेस के आपसी झगड़ों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता, और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए फिर से बिहार में सरकार बनाएगी।
निष्कर्ष : इस तरह के बयानों का असर
महाराष्ट्र में अबू आजमी के बयान पर सस्पेंशन और बिहार में खालिद अनवर के बयान ने एक बार फिर औरंगजेब और धार्मिक पहचान को लेकर राजनीति को हवा दी है। बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस चल रही है। ऐसे में आगामी चुनावों में इस तरह के बयानों का असर राजनीतिक समीकरणों पर देखने को मिल सकता है।