Darbhanga | Darbhanga में बनेगा मखाना स्टोर, Bihar के मधुबनी, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल में भंडार गृह, 10 लाख – 75% = खेती प्रणाली पर 97 हजार, बीज 54 हजार….समृद्ध होंगे किसान | दरभंगा अब मखाना का और बड़ा अनुसंधान और प्रयोग का केंद्र बनेगा। ज्यादा उत्पादन के लिए यहां कई किस्म के उपाय किए जाएंगें। ऐसा पीएम नरेंद्र मोदी की पहल के बाद दिखने लगा है। पीएम मोदी ने मखाना की महत्ता को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर क्या किया,बिहार सरकार ने इसे और समृद्ध करने के लिए विशेष रणनीति बनाई है। राज्य में मखाना उत्पादन को बढ़ावा देने, भंडारण की सुविधा विकसित करने और किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए जिलावार योजना तैयार की गई है।
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
मखाना क्षेत्र का विस्तार और भंडारण योजना
कटिहार, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, मधेपुरा और सहरसा जिलों में मखाना खेती का विस्तार होगा।
किसानों को मखाना स्टोर के लिए गोदाम उपलब्ध कराए जाएंगे।
प्रत्येक भंडार गृह पर 10 लाख रुपये की लागत आएगी, जिसमें 75% राशि सरकार अनुदान के रूप में देगी।
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});
किसानों को आर्थिक सहायता और बीज अनुदान योजना
खेत प्रणाली के तहत मखाना उत्पादन पर 97,000 रुपये की लागत आएगी, जिसमें से 75% अनुदान सरकार देगी।
कटिहार, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, सहरसा और खगड़िया जिलों में किसानों को बीज अनुदान पर वितरित किए जाएंगे।
प्रति हेक्टेयर बीज की लागत 54,000 रुपये होगी, जिसमें से 75% अनुदान सरकार की ओर से दिया जाएगा।
पूर्णिया, दरभंगा, मधेपुरा और किशनगंज में स्वर्ण वैदेही और सबौर मखाना-1 बीज का उत्पादन किया जाएगा।
इस योजना से बिहार के मखाना किसानों को आर्थिक मजबूती मिलेगी, भंडारण की समस्या दूर होगी और उत्पादन में वृद्धि होगी।
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});