पटना, देशज टाइम्स – बिहार की सियासी सरगर्मी अब तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले महीने दो दौरे प्रस्तावित हैं। PM Modi के इस दोबारा Bihar Visit के कई मायने तलाशे जाने लगे हैं। फिर Bihar आ रहे PM Modi यह खबर चुनावी साल में कई मायनों को जन्म दे रहा। मई में बैक टू बैक 2 बार पीएम मोदी Bihar आएंगें। इस Political Recovery Operation के मायने एक हैं?
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अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है… — PM MODI in Madhubani
बिहार चुनाव से पहले बीजेपी का बड़ा दांव
महागठबंधन की पिछली जीत और बीजेपी की हार के बाद, पीएम मोदी का यह दौरा सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि राजनीतिक रिकवरी ऑपरेशन का हिस्सा माना जा रहा है।
मगध और शाहाबाद जैसे क्षेत्रों में बीजेपी को मजबूत विकल्प के रूप में पेश करना इस मिशन का उद्देश्य है।
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महागठबंधन की पकड़ को तोड़ने की रणनीति
लोकसभा चुनाव 2024 में महागठबंधन ने जिन 9 सीटों पर जीत हासिल की, उनमें 7 सीटें मगध और शाहाबाद क्षेत्र की थीं।
अब प्रधानमंत्री खुद इन क्षेत्रों में उतरकर एनडीए को दोबारा मजबूत करने का कार्यभार संभाल रहे हैं।
राजनीतिक मिशन: मगध और शाहाबाद में पॉलिटिकल रिकवरी
विशेष बात यह है कि पीएम मोदी का यह दौरा केवल विकास कार्यों या उद्घाटन तक सीमित नहीं, बल्कि राजनीतिक पुनर्स्थापन (Political Recovery) के मिशन के तहत है। 2024 लोकसभा चुनावों में मगध और शाहाबाद क्षेत्र की 7 सीटें महागठबंधन की झोली में चली गई थीं। अब इन्हीं क्षेत्रों से बीजेपी 2025 विधानसभा चुनाव की वापसी की राह तलाश रही है।
PM मोदी का संभावित कार्यक्रम:
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4 मई 2025: पटना – खेलो इंडिया समारोह का उद्घाटन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंच साझा करने की संभावना।
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30 मई 2025: शाहाबाद – बड़ी रैली, संभावित स्थल – औरंगाबाद या सासाराम।
बीजेपी ने की तैयारियां, कोर कमेटी बैठक में बनी रणनीति
इस संबंध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर संगठनिक तैयारियां युद्धस्तर पर शुरू हो चुकी हैं। हाल ही में भाजपा कोर कमेटी की बैठक हुई, जिसमें इन दोनों कार्यक्रमों को लेकर कार्यनीति, जनसंपर्क, और सामाजिक सम्मेलन की योजनाएं तय की गईं।
भाजपा की रणनीति में अंबेडकर सम्मेलन और जनसंपर्क प्रमुख
बैठक में यह भी तय हुआ कि प्रधानमंत्री की रैली से पहले बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसमें केंद्रीय मंत्री, राज्य स्तर के नेता और स्थानीय कार्यकर्ता सक्रिय भागीदारी करेंगे। पार्टी की प्रदेश कमेटी के गठन पर भी चर्चा हुई है।
बीजेपी की रणनीति: डैमेज कंट्रोल और मोमेंटम बिल्डिंग
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प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा उस खाई से उबरना है जहां पार्टी को बड़े स्ट्राइक रेट की जरूर है। उसकी भरपाई का संयोजन है।
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बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में तय हुआ कि बाबा साहेब आंबेडकर सम्मेलन और प्रदेश कमेटी का पुनर्गठन जैसे कार्यक्रमों में केंद्रीय और स्थानीय नेताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
राजनीतिक मायने: सिर्फ रैली नहीं, मिशन 2025 की शुरुआत
प्रधानमंत्री का यह दौरा अस्वीकार को स्वीकार में बदलने का मिश्रण है। एक ओर पिछली हार की भरपाई करनी है, वहीं दूसरी ओर जनता के बीच सक्रिय उपस्थिति से एनडीए को मज़बूत विकल्प के रूप में पेश करना है।
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