जी. डी. गोयनका पब्लिक स्कूल, दरभंगा का भव्य वार्षिकोत्सव: शिक्षा, संस्कृति और सृजनात्मकता का अद्भुत संगम
दरभंगा, 12 फरवरी 2025: जी. डी. गोयनका पब्लिक स्कूल, दरभंगा में वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षा, संस्कृति और सृजनात्मकता की अनूठी झलक देखने को मिली। यह समारोह न केवल छात्रों की प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मंच बना, बल्कि समाज के प्रति जागरूकता और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने का भी माध्यम रहा।

शुभारंभ और अतिथियों का सम्मान
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना और स्वागत भाषण के साथ हुई। इसके पश्चात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्री जगुनाथ रेड्डी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों को पुष्पगुच्छ, पाग और शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्री जगुनाथ रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा,
“जी. डी. गोयनका पब्लिक स्कूल द्वारा आयोजित यह वार्षिकोत्सव न केवल कला और संस्कृति का उत्सव है, बल्कि यह शिक्षा और सामाजिक चेतना का भी प्रतीक है।”

इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री कृष्णनंद सदा और संस्कृत विश्वविद्यालय के उप-कुलपति डॉ. सिद्धार्थ शंकर सिंह ने भी समारोह की गरिमा बढ़ाई। उन्होंने विद्यालय के अनुशासन, शिक्षण पद्धति और छात्रों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और उन्हें समाज के प्रति अधिक जिम्मेदार बनाते हैं।
विद्यालय के चेयरमैन डॉ. मनोज कुमार ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा,
“केवल पैसे खर्च करने से बच्चे शिक्षित नहीं होते, बल्कि अभिभावकों को उनके साथ मित्रवत व्यवहार रखते हुए समय देना होगा। शिक्षा का महत्व उतना ही आवश्यक है जितना कि हमारे जीवन में स्वास्थ्य का महत्व।”

शिक्षा, संस्कृति और समाज पर आधारित प्रस्तुतियाँ
इस भव्य आयोजन में छात्रों ने विभिन्न रंगारंग और संदेशपरक प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें शिक्षा, कला और सामाजिक जागरूकता का बेहतरीन समन्वय देखने को मिला।
- गणेश वंदना और स्वागत नृत्य ने भारतीय संस्कृति की भव्यता को दर्शाया।
- “नमो नमो भारतांबे” समूहगान ने राष्ट्रीय गौरव का भाव जगाया।
- “इफ यू बिलीव” नृत्य ने आत्मनिर्भरता और दृढ़ संकल्प का संदेश दिया।
- जापानी फैन डांस और अफ्रीकी बीट्स जनजातीय नृत्य ने वैश्विक संस्कृतियों की सुंदरता को प्रस्तुत किया।
- “आई एम द चैम्पियन” प्रस्तुति ने परिश्रम और सफलता के महत्व को दर्शाया।
- लावणी नृत्य ने पारंपरिक लोकसंस्कृति की जीवंतता को प्रदर्शित किया।
- “द मिशन पानी एंथम” ने जल संरक्षण की महत्ता को उजागर किया।
- शिव तांडव की ऊर्जावान प्रस्तुति ने भक्ति और शक्ति का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया।
सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने वाली प्रस्तुतियाँ
- “स्टॉप चाइल्ड लेबर” नृत्य-नाटिका ने बाल श्रम के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला।
- “पर्यावरण संरक्षण” आधारित प्रस्तुति ने प्रकृति की रक्षा का संदेश दिया।
- स्वतंत्रता सेनानियों पर माइम एक्ट ने भारत के गौरवशाली इतिहास को जीवंत कर दिया।
- विद्यार्थियों द्वारा मॉडलिंग प्रस्तुति ने आत्मविश्वास और सृजनात्मकता का प्रदर्शन किया।
सफल आयोजन और समापन
विद्यालय की निदेशक सुश्री सरोज सिंह ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समारोह के समापन के पश्चात अभिभावकों, विद्यार्थियों और अतिथियों ने शैक्षिक स्टॉल, व्यंजनों के स्टॉल और मनोरंजक खेलों का आनंद लिया।
यह भव्य वार्षिकोत्सव मनोरंजन, शिक्षा और सामाजिक चेतना का एक अद्भुत संगम बना, जिसकी स्मृतियाँ प्रतिभागियों और दर्शकों के हृदय में सदैव जीवंत रहेंगी।