दरभंगा| पूर्व राष्ट्रीय कराटे चैंपियन मुकेश मिश्रा अब प्रशिक्षक की भूमिका में बिहार के उभरते कराटे खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। 2017 से, उन्होंने कई प्रतिभाशाली कराटे खिलाड़ियों को तैयार किया है, जिन्होंने अखिल भारतीय अंतरविश्वविद्यालय खेल, राष्ट्रीय विद्यालय खेल और नेशनल फेडरेशन द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में बिहार का नाम रोशन किया।
राष्ट्रीय स्तर से प्रशिक्षक तक का सफर

मुकेश मिश्रा की कराटे यात्रा 2008 में शुरू हुई, जब उन्होंने पहली बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लिया। अगले आठ वर्षों तक, उन्होंने बिहार का प्रतिनिधित्व करते हुए कई राष्ट्रीय कराटे प्रतिस्पर्धाओं में शानदार प्रदर्शन किया। 2017 में, उन्होंने प्रतिस्पर्धा से हटकर नवोदित खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया और अपने गृह जिले दरभंगा में “कराटे स्कूल दरभंगा” की स्थापना की।
खिलाड़ियों की शानदार उपलब्धियां

मुकेश मिश्रा के मार्गदर्शन में कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी:
- मंजीत कुमार ने 67वें राष्ट्रीय विद्यालय खेल (अंडर-19) कराटे प्रतियोगिता 2024 (लुधियाना, पंजाब) में कांस्य पदक जीतकर बिहार सरकार के “बिहार राज्य खेल पुरस्कार 2024” से सम्मान प्राप्त किया।

- प्रेयांश ने कराटे इंडिया ऑर्गनाइजेशन (KIO) द्वारा 13 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित ऑल इंडिया इंटर जोन कराटे प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर बिहार को गौरवान्वित किया।
प्रशिक्षक के रूप में गर्व का अनुभव
मुकेश मिश्रा ने कहा,
“मुझे मंजीत और प्रेयांश की उपलब्धियों पर गर्व है। उनकी सफलता में योगदान देना मेरे लिए सम्मान की बात है। मेरा लक्ष्य बिहार से और भी अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कराटे चैंपियन तैयार करना है।”
मुकेश मिश्रा की यह पहल बिहार में कराटे खेल के प्रति जागरूकता बढ़ाने और नई पीढ़ी को प्रेरित करने का कार्य कर रही है। उनका लक्ष्य बिहार के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाना है।
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