मुजफ्फरपुर: कांटी थाना हाजत में मौत मामले में SHO समेत तीन पर हत्या का केस दर्ज
➡️ मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
➡️ ग्रामीण एसपी विद्यासागर कर रहे हैं मामले की जांच
➡️ FIR में कांटी थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी नामजद
परिवार का आरोप: झूठे केस में फंसाकर की गई मारपीट
मुजफ्फरपुर: कांटी थाना हाजत में 6 फरवरी को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिले शिवम झा मामले में बड़ा मोड़ आ गया है। मृतक की मां रिंकू देवी के बयान पर थाना प्रभारी सुधाकर पांडे सहित तीन लोगों पर हत्या का मामला दर्ज हुआ है।
रिंकू देवी का आरोप है कि 3 फरवरी की रात 10:30 बजे कांटी थाना अध्यक्ष सुधाकर पांडे, ओडी ऑफिसर एस.के. सिंह और निजी सहायक रघु पासवान जबरन उनके बेटे को घर से उठा ले गए और हथियार और गोली रखकर झूठा मुकदमा बना दिया। परिजनों का दावा है कि थाने में शिवम को प्रताड़ित किया गया, जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली।
थाने में शव मिलने के बाद बवाल, 150 पर केस दर्ज
6 फरवरी को शिवम का शव हवालात में फंदे से लटका मिला था। इस घटना की सूचना मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों ने कांटी थाने में जमकर हंगामा किया। नाराज भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा।
इस हंगामे को लेकर 150 लोगों पर अलग से मामला दर्ज किया गया है। ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने कहा कि मृतक की मां के आरोपों को गंभीरता से लिया जा रहा है और जांच जारी है।
नामजद पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के संकेत
ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने कहा,
“थाने की हाजत में हुई मौत के मामले में कांटी थाना प्रभारी सुधाकर पांडे, ओडी ऑफिसर एस.के. सिंह और निजी सहायक रघु पासवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।”
बिहार में पुलिस हिरासत में मौतों पर बढ़ता सवाल
यह मामला बिहार में पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों से जुड़ा एक और गंभीर प्रकरण है। पूर्व में भी राज्य में पुलिस अभिरक्षा में हुई संदिग्ध मौतों को लेकर सवाल उठते रहे हैं। अब देखना होगा कि इस मामले में पुलिस पर लगे आरोपों की जांच निष्पक्ष रूप से होती है या नहीं। रिपोर्ट : दीपक कुमार