Bihar News : बिहार के बेतिया में पुलिस ने ऑर्केस्ट्रा की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने सेक्स रैकेट के ठिकानों पर छापामारी की तो बड़ा खुलासा हुआ। इस दौरान पुलिस टीम ने 16 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया और 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से दो लड़कियों को उनकी मां ने 15 हजार में एक आर्केस्ट्रा संचालक को बेच दिया था। एक साल पहले एक आर्केस्ट्रा संचालक ने एक किशोरी के यौन शोषण से गर्भवती होने पर उसका गर्भपात करा दिया था। वह किशोरी फिर एक माह की गर्भवती है।
जानकारी के मुताबिक बेतिया में यह खेल पिछले दो साल से चल रहा था। ऑर्केस्ट्रा संचालक इन लड़कियों को डांस कराने के नाम पर अलग-अलग जिलों में भेजता था। दो घंटे तक डांस कराने के बाद ऑर्केस्ट्रा संचालक उनके साथ शारीरिक संबंध बनाता था। जो लड़कियां ऐसा करने से मना करती थीं, उनके साथ मारपीट की जाती थी। मिशन मुक्ति फाउंडेशन को इस मामले की जानकारी पिछले एक साल से मिल रही थी. लेकिन वे यहां तक नहीं पहुंच पा रहे थे।
एक पीड़िता ने बताया कि उसे ऑर्केस्ट्रा में डांस करने के नाम पर यहां लाया गया था। ये लोग हमारे कमरे पर लड़कों को भेजते हैं। इसमें मेरे माता-पिता भी शामिल हैं। मेरे गर्भ में अभी रामसागर नाम के व्यक्ति का बच्चा है। इसमें दो लड़कियों की मां ने उन्हें 10 और पांच हजार में ऑर्केस्ट्रा संचालक को बेच दिया। वहीं कुछ लड़कियों को उनके दोस्तों ने बहला-फुसलाकर ऑर्केस्ट्रा में धकेल दिया।
एसडीपीओ विवेकदीप ने बताया कि चंपारण रेंज के डीआईजी हरकिशोर राय के निर्देश पर छापेमारी की गई। पुलिस ने शुक्रवार की सुबह तीन बजे जिले के बैरिया, नौतन और जगदीशपुर थाना क्षेत्रों में छापेमारी कर 16 लड़कियों को मुक्त कराया। उन्हें मुक्ति फाउंडेशन की ओर से लड़कियों से आर्केस्ट्रा में काम कराने की शिकायत मिली थी। इस मामले में महिला थाना प्रभारी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।
महिला थाना प्रभारी सुधा कुमारी ने बताया कि मुक्त कराई गई अधिकांश लड़कियां किशोरियां हैं। सभी से पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार शिकायत के बाद डीआईजी ने एसडीपीओ विवेकदीप के नेतृत्व में एक टीम गठित की। पुलिस टीम राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम के साथ शुक्रवार की सुबह तीन बजे बैरिया, नौतन और जगदीशपुर पहुंची। पहले बैरिया, फिर नौतन और फिर जगदीशपुर में छापेमारी की गई। इस दौरान 16 लड़कियों को मुक्त कराया गया। पुलिस ने 10 युवकों को भी गिरफ्तार किया।
मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय बाल आयोग की ओर से बेतिया एसपी को पत्र भेजा गया था। इसमें कहा गया था कि नाबालिग से जबरन वेश्यावृत्ति और अश्लील हरकतें कराई जाती थीं। पटना के एडीजी और चंपारण रेंज के डीआईजी के आदेश पर छापेमारी की गई।
मुक्त कराई गई 14 लड़कियां पश्चिम बंगाल के 24 परगना और 26 परगना की हैं। दो लड़कियां नेपाल की हैं। मुक्त कराई गई लड़कियों में दो बहनें भी शामिल हैं, जिन्हें उनकी मां ने ऑर्केस्ट्रा संचालक को बेच दिया था। मां ने एक को पांच हजार और दूसरी को दस हजार रुपये में बेचा था। इस छापेमारी में पुलिस उपाधीक्षक सपना रानी, महिला थानाध्यक्ष सुधा कुमारी, प्रशिक्षु अवर निरीक्षक खुशबू कुमारी, कुमारी पार्वती यादव, अंजना कुमारी, अवर निरीक्षक विकास कुमार साह, मनीष बंसल आदि शामिल थे।