Bihar News : बिहार के वैशाली में 5 दिनों से लापता पप्पू सिंह का शव शनिवार को पुलिस ने बरामद किया। पुलिस ने उसका शव बिदुपुर थाना क्षेत्र के मनियारपुर मुस्तफापुर निवासी उसके चचेरे भाई कुणाल गौतम के निर्माणाधीन स्कूल भवन के कमरे से बरामद किया। जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपी उसका चचेरा भाई कुणाल गौतम है, जो रिटायर्ड फौजी भी है। दरअसल गौसपुर बरियारपुर के पूर्व मुखिया शिबू सिंह का इकलौता पुत्र पप्पू सिंह (38) 3 मार्च से लापता था। पिछले 3 दिनों से पुलिस और परिजन उसकी तलाश कर रहे थे, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल रही थी।
शव बरामद होने के बाद मृतक पप्पू सिंह के साले कुंदन कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी कुणाल गौतम (45) ने हत्या से पहले सारी तैयारी कर ली थी। शव को दफनाने के लिए उसने अपने निर्माणाधीन स्कूल के कमरे में 6 फीट गहरा गड्ढा पहले से ही खोद रखा था। उसने 3 मार्च को शाम 7 बजे एक महिला के जरिए पप्पू सिंह को घटनास्थल पर बुलाया। इसके बाद रात में मटन और शराब पार्टी करने के बाद उसकी हत्या कर दी. पप्पू के सिर पर लाठी-डंडों से पीटने का निशान है। साथ ही उसके प्राइवेट पार्ट को काटा गया था। उसके गले पर चाकू का घाव भी मिला है। इस वारदात में उसके स्कूल की महिला प्रिंसिपल नीतू सिंह (29) और उसका 25 वर्षीय नौकर भी शामिल है।
कुंदन कुमार सिंह ने आगे बताया कि पप्पू सिंह 3 मार्च को कार खरीदने के लिए 8 लाख रुपये नकद लेकर घर से निकला था। वह हाजीपुर में गैराज चलाता था। इसके साथ ही उसे सोना पहनने का भी शौक था, उस दिन भी उसने 250 ग्राम सोना पहना हुआ था। पप्पू ने अपने चचेरे भाई कुणाल गौतम को स्कूल बनाने के लिए करीब एक करोड़ रुपये कर्ज के तौर पर दिए थे। पप्पू सिंह को पैसे वापस न करने पड़ें, इसके लिए कुणाल गौतम ने हत्या की योजना बनाई और उसकी हत्या कर दी।
पप्पू सिंह के चाचा शंभू सिंह ने बताया कि जब वे स्कॉर्पियो लेकर घर से निकले तो सीधे अपने चचेरे भाई कुणाल गौतम के चकौसन बाजार स्थित निर्माणाधीन स्कूल में गए। वहां उनकी गाड़ी बाजार के पास 4 घंटे 41 सेकेंड तक रुकी रही। यह जानकारी उनकी स्कॉर्पियो में लगे जीपीएस से मिली। इसके अलावा उन्होंने बताया कि कुणाल गौतम के पास ई-रिक्शा है। इसकी मदद से शव को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया गया। पुलिस ने इसे जब्त कर लिया है।
उनका कहना था कि पुलिस मामले में कुछ नहीं कर रही है। जबकि सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हुआ था। लोगों का कहना है कि पुलिस ने दबाव पड़ने पर आरोपियों के घर और स्कूल की तलाशी ली। इससे पहले आरोपियों की झूठी कहानी को सच मानकर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम गंगा नदी में शव की तलाश कर रही थी। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया है। मेडिकल बोर्ड गठित कर शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।