Samastipur News : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समस्तीपुर महिला कॉलेज में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सांसद शांभवी चौधरी ने कहा कि जब आपकी बेटी, पत्नी, बहू और बहन की आंखों में आंसू हों तो शक्ति की आराधना करना बेकार है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के अधिकारों की खूब बात की जाती है, लेकिन सिर्फ एक दिन करने से यह नहीं होगा। लोगों को हर दिन महिलाओं के अधिकार और सम्मान की बात करनी होगी। हर दिन उनके अधिकार और सम्मान के लिए खड़ा होना होगा।
इस अवसर पर सांसद ने सांसद निधि से कॉलेज के पुस्तकालय को डिजिटल कराने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने कॉलेज की उन छात्राओं को जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं, छात्रवृत्ति के माध्यम से आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया। इस अवसर पर एनएसएस की छात्राओं ने रंगोली, पोस्टर, कविताएं बनाईं, समाज की वास्तविकता पर आधारित सामाजिक जागरूकता के लिए भाषण दिए। संगीत विभाग की छात्राओं ने ‘हम में है जुनून दुनिया को थामने का’ से छात्राओं में जोश भर दिया।
कार्यक्रम में विज्ञान दिवस पर विभिन्न मॉडल बनाने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार व मेडल वितरित किए गए। डॉ. विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि महिलाएं पुरुषों से अधिक काम करती हैं, लेकिन पारिश्रमिक नगण्य है। डॉ. नेहा कुमारी जायसवाल ने कहा कि सुसंस्कृत समाज तब होता है, जब महिलाओं को भी पुरुषों के बराबर माना जाता है।
डॉ. स्मिता कुमारी ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकार व स्वतंत्रता का मतलब समझना चाहिए। डॉ. सोनल कुमारी ने कहा कि महिलाओं को स्वयं जागना होगा। छात्रा प्रिया, मोती, कुमकुम रवि, प्रज्ञा, नेहा, अनुष्का आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कॉलेज के अतिथि शिक्षकों ने अपने सेवा समायोजन के लिए शांभवी चौधरी को ज्ञापन दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अपूर्वा मुले ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. कुमारी अनु ने किया।