हरिमोहन सिंह बिहार लंगड़ी खेल एसोसिएशन के महासचिव बनाएं गए

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भारतीय पारंपरिक खेल व खिलाड़ियों को बढ़ावा देना है हमारी पहली प्राथमिकता – हरिमोहन सिंह

हरिमोहन सिंह विभिन्न विभिन्न खेलों के अंतराष्ट्रीय एवं दर्जनों राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल हो चुके हैं

मुंगेर की धरती पर कई ऐसे प्रतिभाओं का जन्म हुआ जो , विभिन्न क्षेत्रों में जिला का नाम रौशन कर रहे हैं । जिसमें की प्रमुखता से कला – संस्कृति , अभिनय , राजनीति , साहित्य , खेल प्रमुख हैं । इसी कड़ी को आगे बढ़ाने में मुंगेर जिला के कल्याणपुर गांव निवासी अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित युवा समाजसेवी हरिमोहन सिंह ग्यारह सालों से लगातार दिन-रात लगे हुए हैं । इस दौरान उन्होंने कई सारी उपलब्धियों को भी प्राप्त किया और आज उन्हें लंगड़ी फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा भारत के सबसे कम उम्र में स्टेट सेक्रेट्री बन कर फिर से अपने जिला का नाम गौरवान्वित किया ।इनके द्वारा खेल व खिलाड़ियों के प्रति समर्पण व उपलब्धियां एवं निस्वार्थ सेवा भाव से प्रभावित होकर लंगड़ी खेल के जन्मदाता लंगड़ी फेडरेशन ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेट्री सुरेश गांधी द्वारा हरिमोहन सिंह को बिहार स्टेट लंगड़ी एसोसिएशन का महासचिव बनाया गया है । लंगड़ी फेडरेशन ऑफ इंडिया स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त है ।

बिहार लंगड़ी एसोसिएशन के महासचिव बनाए जाने पर हरिमोहन सिंह ने खुशी व्यक्त करते हुए लंगड़ी खेल के जन्मदाता व लंगड़ी फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव सुरेश गांधी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया और कहा कि हमें जो जिम्मेदारी दी गई है , इसे मैं पूरी ईमानदारी से निर्वहन करने का शत प्रतिशत कोशिश करूंगा और अपने राज्य में इस खेल को एवं इसके खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा । साथ ही उन्होंने बताया , कि लंगड़ी एक भारतीय पारंपरिक खेल के साथ ही साथ पारंपरिक दक्षिण एशियाई खेल है जिसमें टैग और हॉपस्कॉच के तत्व शामिल होते हैं । यह मूल रूप से पांडियन राजवंश के दौरान खेला जाता था और उस समय इसे ” नॉन्डियाट्टम ” कहा जाता था। खेल की 4 पारियों में से प्रत्येक में टीमें बारी-बारी से पीछा (हमला) और बचाव की भूमिका निभाती हैं, जिसमें पीछा करने वाली टीम के खिलाड़ी एक पैर पर उछल-कूद करने तक सीमित होते हैं, और प्रत्येक पारी के 9 मिनट के भीतर अधिक से अधिक डिफेंडरों को टैग करके अंक हासिल करने का प्रयास करते हैं। इसे मराठी लोगों द्वारा मराठी लोकाचार वाले खेल के रूप में वर्णित किया गया है।

लंगड़ी एक टीम खेल है, जिसे दो पक्षों के बीच खेला जाता है. इसमें एक टीम के 12 खिलाड़ी और तीन अतिरिक्त खिलाड़ी होते हैं. यह खेल नौ-नौ मिनट की चार पारियों में खेला जाता है।लंगड़ी खेल की खास बातें:
यह खेल गोवा का पारंपरिक खेल है.
खेल से पहले सिक्का उछाला जाता है और टॉस जीतने वाली टीम बचाव करती है.
बचाव करने वाली टीम के खिलाड़ी तीन-तीन रनर्स के बैच में अंदर आते हैं.
हमला करने वाली टीम के खिलाड़ी एक-एक करके एक तय क्रम में मैदान में आते हैं.
हमला करने वाले खिलाड़ी एक पैर पर चलते या भागते हुए अपने गोल को छूने की कोशिश करते हैं.
एक मैच 36 मिनट का होता है.
लंगड़ी दौड़:
लंगड़ी दौड़ दलीय खेल है.
इसमें हर दल में दो खिलाड़ी होते हैं.
लंगड़ी दौड़ के लिए समतल मैदान सबसे अच्छा रहता है.
इस दौड़ में दोनों खिलाड़ियों के एक-एक पैर को बांधकर लंगड़ी करनी होती है.
दोनों खिलाड़ी अपने-अपने एक ही पैर पर उछल-उछल कर आगे बढ़ते हैं। ये खेल आउटडोर व इंडोर दोनों खेला जाता है। इस खेल में चोट लगने की संभावना अन्य खेलों से कम होती है । यह काफी तेज खेल है । इस खेल का विकास भारत में ही हुआ था ।
हरिमोहन सिंह कहते हैं , कि खेल और स्पोर्ट्स हमारे लिए बहोत ही लाभदायक है , क्योंकि वे हमें समय बद्धता , धैर्य , अनुशासन , समूह में कार्य करना और लगन सिखाता है । यदि खेल का नियमित अभ्यास करें तो हम अधिक सक्रिय और स्वस्थ रह सकते हैं । खेल गतिविधियों में शामिल होना , हमें बहुत से रोगों से सुरक्षित करने में मदद करता है । यह हमें जीवन में अधिक अनुशासित , धैर्यवान , समयबद्ध , और विनम्र बनाता है । यह हमें जीवन में सभी कमजोरियों को हटाकर आगे बढ़ना सिखाता है । खेल हमें बहादुर बनाते हैं और चिड़चिड़ेपन व गुस्सा को हटाकर खुशी का अहसास देते हैं । यह हमें शारीरिक और मानसिक आराम प्रदान करता है , जिस से कि हम सभी समस्याओं से आसानी से निपट सकें।

ज्ञात हो , कि खेल व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने को लेकर हरिमोहन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री , उप मुख्यमंत्री खेलमंत्री , समाज कल्याण मंत्री , स्वास्थ्य मंत्री, पथ निर्माण मंत्री, विधि कानून मंत्री,ग्रामीण कार्य मंत्री , पर्यटन मंत्री , बिहार राज्य आयुक्त निशक्तता आदि के हाथों सम्मानित हो चुके हैं ।

सबसे कम आयु में बिहार स्टेट लंगड़ी एसोसिएशन का महासचिव बनाए जाने पर हरिमोहन को स्पेशल ओलंपिक्स भारत, बिहार के स्पोर्ट्स डायरेक्टर संदीप कुमार , प्रोग्राम मैनेजर संतोष कुमार सिन्हा , बिहार स्टेट एसोसिएशन ऑफ पीडब्लयूडी के सेक्रेट्री सुगंध नारायण सिंह , फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया बिहार चैप्टर के महासचिव कुमार आदित्य , जनकल्याण शिव शक्ति हरिमोहन फाउंडेशन, मुंगेर पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन,मुंगेर जिला खो – खो संघ,मुंगेर योगासना स्पोर्ट्स एसोसिएशन , मुंगेर हैंडबॉल एसोसिएशन , फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया बिहार मुंगेर चैप्टर, जंप रोप एसोसिएशन ऑफ बिहार , आर्ट कल्चर एंड यूथ स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (Art , Cultural and Youth Sports Devlopment Federation of India)के साथ ही साथ मुंगेर जिला के प्रशासनिक पदाधिकारियों, खिलाड़ियों , जन प्रतिनिधियों , समाजसेवियों एवं बुद्धिजीवियों आदि ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दी ।

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