*नेता प्रतिपक्ष जूली ने किया धन्यवाद
*सातवें दिन गतिरोध टूटा
(हरिप्रसाद शर्मा) जयपुर:मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुरुआत से ही इस गतिरोध को खत्म करने के प्रयास किए। उन्होंने विपक्ष से संवाद कायम किया और सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार चाहती है कि सदन में सार्थक बहस हो, ताकि 2025-26 के शानदार बजट पर चर्चा हो सके और इसकी घोषणाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचें।
*संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने निभाई पुल की भूमिका
इस गतिरोध को खत्म करने में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने भी अहम योगदान दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के बीच संवाद स्थापित कर समाधान का मार्ग प्रशस्त किया।
*विपक्षी नेताओं ने भी सराहा मुख्यमंत्री का प्रयास
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की इस पहल की विपक्षी नेताओं ने भी सराहना की। सदन में अब सकारात्मक माहौल बन गया है और निलंबित विधायकों की वापसी के बाद बहस के लिए अनुकूल स्थिति तैयार हो गई है।
*6 निलंबित विधायकों का निलंबन निरस्त
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने टीकाराम जूली के भाषण पर जवाब देते हुए कहा कि यह बात हम अधिकतर सुनते आए हैं कि ‘क्षमा बड़न को चाहिए छोटन को उत्पात’…अर्थात उत्पादन करने की भी कोई सीमा होती है। विधानसभा अध्यक्ष ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह पहली और आखरी बार है, जब माफी का मान रखा जा रहा है। भविष्य में अगर किसी प्रकार की कोई गलती होती है तो माफी नहीं चलेगी। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने यह भी कहा कि जिस प्रकार की निम्न स्तर की टिप्पणियां की गई है, उनको भी दोहराया नहीं जा सकता, साथ ही विधानसभा अध्यक्ष बोले कि आज के बाद अगर कोई भी आसान की तरफ आएगा तो उसके लिए निलंबन का प्रस्ताव लाने की जरूरत नहीं होगी वह खुद ही निलंबित माना जाएगा।
*इनके निलंबन निरस्त
गोविंद सिंह डोटासरा, रामकेश मीणा, हाकम अली खान, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गैसावत और संजय कुमार का निलंबन रद्द किया गया।