11 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में होने वाली बिहार बदलाव रैली को लेकर मीडिया से हुई मुखातिब, नवादा से दस हजार कार्यकर्ताओं का रैली में जाने की है तैयारी
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनसुराज पार्टी की तैयारी तेज हो गई है। इसको लेकर नवादा शहर के होटल स्ट्रीट हाइवे में जनसुराज के बैनर तले सरला दीदी के नेतृत्व में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 11 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में होने वाली बिहार बदलाव रैली को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि इस रैली में नवादा से हज़ारों की संख्या में लोग भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में जदयू और भाजपा की सरकार ने स्कूल में खिचड़ी, कॉलेज में बिना पढ़ाई की डिग्री वाला बिहार बना दिया है।

बिहार मजदूरों की फैक्ट्री बन गयी है। बिहार के स्कूलों में खिचड़ी और कॉलेजों में बिना पढ़ाई की डिग्री मिल रही है। जहां हुनर और शिक्षा होनी चाहिए थी, वहां सिर्फ भ्रष्टाचार, घोटाले और दिखावटी योजनाएं बची हैं। पिछले 35 सालों में नीतीश-मोदी और लालू की सरकारों ने पूरे बिहार को मजदूरों की फैक्ट्री बना दिया है। कब तक हमारी शिक्षा व्यवस्था यूं ही मजाक बनी रहेगी, कब तक बिहार के युवा पलायन करते रहेंगे, इन्हीं सब बिन्दुओं को लेकर रैली किया जा रहा है।

सरला कर्ण ने कहा बिहार में अफसर मस्त, जनता त्रस्त लूट और घूसखोरी जबरदस्त
सरला कर्ण ने कहा कि बिहार में लूट का तरीका बदल गया, लेकिन जनता की लूट आज भी जारी है। लालू राज में अपराधी बंदूक से डराकर लूटते थे, वहीं अब नीतीश-मोदी राज में अफसर कलम चलाकर दिन दहाड़े डाका डाल रहे हैं। जाति प्रमाण पत्र हो या फिर राशन कार्ड, पीएम आवास योजना हो या गरीबों को मिलने वाली पेंशन, हर जगह घूसखोरी, हर दफ्तर में भ्रष्टाचार व्याप्त है। बिहार में बिना घूस के कोई काम नहीं हो सकता, जो नीतीश-भाजपा के अफसरों का जंगल राज प्रमाणित करता है।

भूमि सर्वेक्षण और स्मार्ट मीटर की मार कराह रहा पूरा बिहार
उन्होंने कहा कि बिना योजना, बिना जनसहमति जबरन थोपा भूमि सर्वेक्षण गया है, जो हर गांव और हर परिवार के लिए अभिशाप बन चुका है। नीतीश-भाजपा की सरकार में गलत भूमि अभिलेख, अफसरों की मनमानी और जमीन के दाखिल-खारिज में व्यापक भ्रष्टाचार फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि बिजली के गलत बिल और स्मार्ट मीटर के नाम पर गांव-गांव में गरीबों को परेषान किया जा रहा है।

खाद-बीज की महंगाई व फसलों के नहीं मिल रहे उचित दाम बेकार
सरला कर्ण ने कहा कि खाद-बीज की खुली कालाबाजारी ने किसानों की कमर तोड़ दी है। एक-एक बोरी यूरिया के लिए बिहार के किसान लाचार हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ सिंचाई की सुविधा नहीं है, उपर से बाढ़ की मार ने जी तोड़ मेहनत से उपजाए फसल का किसानों को उचित दाम नहीं मिल रहा है। हालात यह हो गया कि बिहार का किसान जाएं तो कहां जाएं। वहीं बिहार में पेपर लीक के नाम पर सरकार नौकरियों का व्यापार चला रही है। बिहार की प्रतियोगी परीक्षाएं अब घोटालों का अड्डा बन चुकी है। पेपर लीक, धांधली और नौकरियों की खुली बिक्री ने करोड़ों युवाओं के सपनों को बेरहमी से कुचल दिया है।

मेहनत करने वाले छात्र बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं, जबकि पैसे और पहुंच वाले सरकारी नौकरियां खरीद रहे हैं! गलत डोमिसाइल नीति की वजह से दूसरे राज्यों के लड़कों को बिहार में नौकरी मिल रही है, वहीं बिहार के युवा दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं ने पिछले 30-35 सालों में हमारे बच्चों को अनपढ़ और मजदूर बनाया और उनके पेट पर लात मारा है, अब उन्हें वोट नहीं देंगे। इन्हीं सब बिन्दुओं को लकर जनसुराज ने बिहार बदलाव रैली का आयोजन कर लोगों की आंखें खोलने का काम कर रही है। मौके पर पार्टी के जिला उपाध्यक्ष मीणा कुमारी तथा महिला सेल की जिलाध्यक्ष गायत्री देवी सहित कई लोग मौजूद थे।
