कौआकोल के महुलियाटांड़ नक्सली हमला में पुलिस से लूटा गया था इंसास रायफल, झारखंड के बोकारो अंतर्गत पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र स्थित बंसी गांव के जरवा जंगल में पुलिस व नक्सली मुठभेड़ के दौरान ढेर हुए दो नक्सलियों के पास से 16 साल बाद बरामद हुआ रायफल
नवादा एसपी ने विज्ञप्ति जारी कर रायफल बरामदगी व महुलियाटांड़ की घटना में शामिल महिला नक्सली सहित दो नक्सलियों के ढेर होने की दी जानकारी, 9 फरवरी 2009 को महुलियाटांड़ की घटना में थानाध्यक्ष सहित शहीद हुए थे 11 पुलिस जवान
Report by Nawada News Xpress
नवादा / सूरज कुमार

नवादा जिले के चर्चित महुलियाटांड़ नक्सली हमला का 16 साल बीत गया है, हर साल संत रैदास जयंती व फरवरी माह में इसकी याद ताजा हो जाती है, लेकिन इसबार महुलियाटांड़ के 16वें बरसी से पूर्व बड़ी सफलता झारखंड पुलिस ने हासिल की है। पिछले महीने 22 जनवरी को झारंखंड के बोकारो जिला अंतर्गत पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के बंसी गांव स्थित जरवा जंगल में नक्सलियों के खिलाफ चलाई गई

सर्च ऑपरेशन में महिला नक्सली सहित दो नक्सली मारे गये। पुलिस मुठभेड़ में मारे गये दोनों नक्सलियों के पास से बरामद एक एके-47 व दो इंसास रायफल में एक इंसास रायफल महुलियाटांड़ में 16 साल पूर्व पुलिस से लूटी गई रायफल की पहचान हुई है। उक्त जानकारी देते हुए नवादा एसपी अभिनव धीमन ने बताया कि 22 जनवरी को बोकारो जिले के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों व नक्सलियों के बीच

मुठभेड़ में एक महिला एरिया कमांडर शांति देवी व एक नक्सली सदस्य मनोज टुडू मारा गया है। सुरक्षा बलों ने इस मुठभेड़ में 15 लाख के इनामी रीजनल कमेटी सदस्य रणविजय महतो को गिरफ्तार करने में सफल रही। उन्होंने बताया कि बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड अंतर्गत पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के बंसी गांव के समीप जंगल में पुलिस जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी।

मुठभेड़ में पुलिस बलों ने दो हार्डकोर नक्सली को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों के पास से एक एके-47 राइफल और दो इंसास रायफल बरामद किए गए हैं, जिसमें एक इंसास की पहचान 16 साल पूर्व नवादा जिला अंतर्गत कौआकोल थाना क्षेत्र के महुलियाटांड़ गांव में संत रैदास जयंती के दौरान पुलिस से लूटी गई रायफल के रूप में किया गया है। बंसी गांव के समीप जरवा जंगल में नक्सलियों के होने की सूचना स्थानीय पुलिस को मिली।

सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान सुबह 5 बजे से पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। दोनों तरफ से काफी देर तक फायरिंग हुई। मुठभेड़ में दो नक्सलियों की गोली लगने से मौत हो गई। नक्सलियों के दस्ते की सूचना पर जरवा जंगल पहुंची सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी, इसमें महिला नक्सली शांति देवी और मनोज टुडू मुठभेढ़ में मारे गये।

क्या था महुलिया टाड़ की घटना
जिले के कौआकोल थाना क्षेत्र के महुलियाटांड़ गांव में वर्ष 2009 में संत रैदास जयंती के अवसर पर पहुंचे थानाध्यक्ष सहित 11 पुलिस जवानों की धोखे से हत्या कर उनके पास रहे हथियार को नक्सलियों ने लूट लिया था। इस दर्दनाक घटना में तत्कालीन थानाध्यक्ष रामेश्वर राम, एएसआई इंद्रदेव सिंह, बीएमपी हवलदार श्याम लाल हंसदा, बीएमपी जवान

कृपालु कुमार, अशोक कुमार, जितेन्द्र कुमार मंडल के अलावा सैप जवानों में अनिल कुमार, विजय शंकर सिंह, सत्यदेव सिंह तथा मनोज कुमार शहीद हो गए थे। ज्ञात हो कि 9 फरवरी 2009 को इस घटना का अंजाम नक्सलियों ने एक साजिश के तहत धोखे से दिया था। जब-जब इस पर्व का दिन आता है, उस मंजरी की टीस को ताजा कर देती है।

इस घटना में शिकार हुए तत्कालीन महादलित थानाध्यक्ष रहे रामेश्वर राम को एक जात के नाम पर संत रैदास जयंती में उद्घाटन के लिये बुलाकर धोखे से इस घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें नक्सलियों ने 11 जवानों को हमेशा के लिये मौत की नींद सुला दिया था।
