शॉर्ट सर्किट से लगी आग फुस के पांच घर जलकर राख

मुंगेर जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत महोली पंचायत के वार्ड संख्या 6 आदर्श ग्राम टीकारामपुर में भीषण आग लग गई। शुक्रवार की शाम शॉर्ट सर्किट के कारण यह घटना हुई, जिससे पांच फूस के घर पूरी तरह जलकर राख हो गए। सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया।

नुकसान की सीमा

आग से ऋषिदेव सिंह, मिथिलेश सिंह, गुलाब सिंह, पांडव सिंह और मनखुश के घरों को काफी नुकसान पहुंचा। आग में उनके कपड़े, बर्तन, अनाज, फर्नीचर और जरूरी कागजात समेत सारा सामान जलकर राख हो गया। प्रभावित परिवारों में सबसे ज्यादा नुकसान ऋषि सिंह और मिथिलेश सिंह को हुआ, क्योंकि उनकी पूरी झोपड़ी जलकर राख हो गई, जबकि अन्य तीन घरों को आग और अग्निशमन प्रयासों के कारण आंशिक नुकसान हुआ।

आग का कारण और फैलाव

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग सबसे पहले बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण मिथिलेश सिंह के घर से लगी। कुछ ही मिनटों में आग की लपटें आस-पास के घरों तक फैल गईं और घने धुएं और तेज गर्मी ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। सूखी छप्पर वाली छतों और तेज हवाओं के कारण आग बेकाबू होकर फैल गई, जिससे निवासियों के लिए समय रहते आग बुझाना मुश्किल हो गया।

आपातकालीन प्रतिक्रिया और अग्निशमन प्रयास

आग की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और अग्निशमन विभाग को सूचित किया गया। अग्निशमन दल तुरंत मौके पर पहुंचे और आग को फैलने से रोकने के लिए कड़ी मशक्कत की। कई घंटों की लगातार मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि, तब तक काफी नुकसान हो चुका था।

प्रशासनिक कार्रवाई और राहत उपाय

पंचायत प्रतिनिधि विधान मंडल ने तुरंत घटना की सूचना अंचल अधिकारी (सीओ) को दी। रिपोर्ट मिलने पर अंचल अधिकारी प्रीति कुमारी ने पुष्टि की कि नुकसान का आकलन करने के लिए एक टीम भेजी गई है। राजस्व अधिकारी मनोज मंडल को प्रभावित परिवारों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए जमीनी सर्वेक्षण करने का काम सौंपा गया।

सरकारी नियमों के अनुसार, सर्वेक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद पीड़ितों को मुआवज़ा दिया जाएगा। स्थानीय प्रशासन ने निवासियों को आश्वासन दिया कि प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय और खाद्य आपूर्ति सहित आवश्यक राहत उपायों की व्यवस्था की जाएगी।

निवासियों पर प्रभाव

घटना ने प्रभावित परिवारों को संकट में डाल दिया है, क्योंकि उन्होंने अपने घर और सभी आवश्यक सामान खो दिए हैं। तत्काल आश्रय न होने के कारण, वे बुनियादी ज़रूरतों के लिए पड़ोसियों और स्थानीय अधिकारियों के सहयोग पर निर्भर हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवज़ा प्रक्रिया में तेज़ी लाने का आग्रह किया है ताकि वे जल्द से जल्द अपना जीवन फिर से शुरू कर सकें।

निवारक उपायों की माँग

यह दुखद घटना ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर विद्युत सुरक्षा उपायों की तत्काल आवश्यकता को उजागर करती है। निवासियों ने बिजली विभाग से स्थानीय वायरिंग सिस्टम का निरीक्षण करने और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया है। ग्रामीणों को बिजली के उपकरणों को सुरक्षित तरीके से संभालने के बारे में शिक्षित करने के लिए अग्नि सुरक्षा और सावधानियों पर जागरूकता अभियान भी चलाए जाने चाहिए।

निष्कर्ष

महोली पंचायत में आग की घटना ने पाँच परिवारों को बेघर कर दिया है, जो आग के खतरों के लिए छप्पर वाले घरों की भेद्यता को रेखांकित करता है। जबकि प्रशासनिक राहत उपाय चल रहे हैं, प्रभावित परिवारों को अब अपने जीवन को नए सिरे से बनाने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय अधिकारियों को बेहतर बुनियादी ढांचे और अग्नि सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए।

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