मुंगेर जमालपुर का ऐतिहासिक ब्रिटिशकालीन पुल हटाने की प्रक्रिया शुरू, रेलवे ने लिया मेगा ब्लॉक

मुंगेर के जमालपुर में स्थित यह ऐतिहासिक ब्रिटिशकालीन पुल वर्षों से यहां के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने का कार्य करता आ रहा था। यह पुल न केवल यातायात के लिए बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण था। इस पुल का निर्माण ब्रिटिश शासनकाल में किया गया था और यह अपनी मजबूत संरचना के लिए जाना जाता था।

2. पुल को हटाने की प्रक्रिया क्यों शुरू हुई?

इस पुल को हटाने की प्रक्रिया इसलिए शुरू की गई क्योंकि इसके बिल्कुल समीप एक नया और अत्याधुनिक तकनीक से निर्मित पुल बनाया जा चुका है। नया पुल अधिक सुरक्षित, मजबूत और यातायात को सुगमता से चलाने के लिए उपयुक्त है। रेलवे ने यह निर्णय लिया कि पुराने पुल को हटाकर नए पुल के माध्यम से ट्रेनों का संचालन सुचारु रूप से किया जाए।

3. रेलवे द्वारा मेगा ब्लॉक लिया गया

रेलवे ने पुराने पुल को हटाने के लिए आज जमालपुर-क्यूल रेलखंड पर छः घंटे का मेगा ब्लॉक लिया है। इस ब्लॉक के दौरान कई ट्रेनों के संचालन पर प्रभाव पड़ा है।

  • 11 ट्रेनें पूरी तरह से रद्द कर दी गई हैं।
    2 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है।
    6 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है।
    4 ट्रेनों को पुनर्निर्धारित (रीशेड्यूल) किया गया है।
  • इस दौरान यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन रेलवे ने यह निर्णय पुल हटाने की प्रक्रिया को जल्द और सुरक्षित रूप से पूरा करने के लिए लिया है।

4. रेलवे अधिकारियों और इंजीनियरों की तैयारियां

सुबह से ही रेलवे के इंजीनियर, वर्कर्स और अधिकारी इस पुल को हटाने के कार्य में जुटे हुए हैं। उनका लक्ष्य है कि समय सीमा के भीतर इस पुल को पूरी तरह हटा दिया जाए ताकि रेल परिचालन सुचारु रूप से शुरू किया जा सके। पुल हटाने से पहले इसके विभिन्न भागों की कटिंग और डिस्मेंटल (विखंडन) का कार्य 24 घंटों में पूरा कर लिया गया है, ताकि मेगा ब्लॉक के दौरान कम से कम समय लगे और कार्य तेजी से संपन्न हो सके।

5. पुल को ध्वस्त करने की प्रक्रिया

इस पुल को ध्वस्त करने के लिए बड़े और छोटे जेसीबी मशीनों सहित अन्य भारी उपकरणों को कार्यस्थल पर लाया गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, 2 मार्च की सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से रोका जाएगा ताकि पुल को बिना किसी रुकावट के हटाया जा सके।

6. सुरक्षा और सावधानी बरती जा रही है

रेलवे ने इस कार्य को अत्यंत सावधानीपूर्वक करने की योजना बनाई है। बड़े-बड़े क्रेन पुल के दोनों छोर पर लगाए गए हैं, जो पुल के कटे हुए हिस्सों को सुरक्षित रूप से हटाने में सहायता करेंगे। पुल को हटाते समय किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जा रहा है।

7. यात्री और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रियाएं

स्थानीय निवासियों और यात्रियों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इस पुल से जुड़ी अपनी यादों को साझा कर रहे हैं, जबकि कुछ यात्री इस मेगा ब्लॉक के कारण होने वाली असुविधा को लेकर चिंतित हैं। हालांकि, रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से सहयोग की अपील की है और आश्वासन दिया है कि कार्य जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा।

8. रेलवे की आगे की योजना

रेलवे का उद्देश्य है कि पुराने पुल को हटाने के बाद नए पुल के माध्यम से रेल यातायात को पहले से अधिक सुगम और सुरक्षित बनाया जाए। रेलवे ने यह भी कहा है कि भविष्य में इस तरह के और भी आधुनिकीकरण कार्य किए जाएंगे ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

निष्कर्ष

मुंगेर-जमालपुर का यह ऐतिहासिक ब्रिटिशकालीन पुल अपनी सेवा के अंतिम चरण में पहुंच चुका है। नए और अत्याधुनिक पुल के निर्माण से क्षेत्र में यातायात की सुविधा में सुधार होगा और रेलवे के संचालन में गति आएगी। हालांकि, पुल हटाने की प्रक्रिया के दौरान अस्थायी रूप से ट्रेनों का संचालन प्रभावित होगा, लेकिन रेलवे इसे तेजी से पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

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