सुल्तानगंज एयरपोर्ट 855 एकड़ में बनेगा, बिहार सरकार ने दी सहमति

भागलपुर जिले में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए न्यू ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। यह एयरपोर्ट सुल्तानगंज में बनेगा, जिसकी स्वीकृति सक्षम प्राधिकार द्वारा दे दी गई है। इस निर्णय से पूरे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी और नागरिकों को हवाई यात्रा की सुविधाएं सुलभ होंगी। जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने गोराडीह और सुल्तानगंज की जमीन का विस्तृत सर्वेक्षण कर रिपोर्ट सौंपी थी। लंबे समय से गोराडीह और सुल्तानगंज के बीच एयरपोर्ट निर्माण को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन अब यह विवाद समाप्त हो गया है।

उपमुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान

हाल ही में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने स्पष्ट किया था कि एयरपोर्ट सुल्तानगंज में ही बनेगा। इस घोषणा के बाद इस परियोजना के लिए स्वीकृति की प्रक्रिया और भी तेज हो गई। राज्य सरकार के बजट में न्यू ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट परियोजना को मंजूरी मिलने के बाद सक्षम पदाधिकारी ने इस पर अंतिम मुहर लगा दी है।

वायुयान संगठन निदेशालय का पत्र

इस संबंध में वायुयान संगठन निदेशालय के अपर मुख्य सचिव डॉक्टर एस सिद्धार्थ ने भारतीय विमानपत्तन विभाग के अध्यक्ष को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने प्री-फिजिबिलिटी स्टडी और तकनीकी जांच की मांग की है, ताकि एयरपोर्ट निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सके।

855 एकड़ जमीन का चयन

सुल्तानगंज में 855 एकड़ भूमि को चिन्हित किया गया है, जहां हवाई अड्डे का निर्माण प्रस्तावित है। इस परियोजना के तहत टर्मिनल, रनवे, चहारदीवारी, वेटिंग लाउंज, और अन्य आवश्यक सुविधाओं के लिए प्री-फिजिबिलिटी स्टडी कराई जाएगी।

चिन्हित स्थानों की जानकारी

एयरपोर्ट निर्माण के लिए मसदी, नोनसर, राजगंज, कस्बा, सुजापुर, और मंझली क्षेत्रों की भूमि को प्रस्तावित किया गया है। इस क्षेत्र में रनवे की उत्तरी छोर की लंबाई 4000 मीटर और दक्षिणी छोर की लंबाई 3800 मीटर होगी, जबकि इसकी चौड़ाई 740 मीटर होगी।

रेलवे स्टेशन और सड़क मार्ग से दूरी

चिन्हित भूमि भागलपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जबकि सुल्तानगंज मुख्यालय से यह केवल 3 किलोमीटर दूर होगा। सड़क मार्ग से भी इसकी दूरी 30 किलोमीटर होगी, जिससे यात्रियों को सुविधा होगी।

विस्तृत लाभ और संभावनाएं

सुल्तानगंज में एयरपोर्ट निर्माण से भागलपुर के साथ-साथ बांका, मुंगेर, जमुई, खगड़िया, बेगूसराय, और लखीसराय जिलों के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा, यह परियोजना क्षेत्रीय व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा देगी।

अजगैबीनाथ धाम को मिलेगा बढ़ावा

सुल्तानगंज स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल अजगैबीनाथ धाम भी इस परियोजना से लाभान्वित होगा। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं, विशेष रूप से सावन के महीने में जब कांवरियों की भारी भीड़ उमड़ती है। एयरपोर्ट बनने से श्रद्धालुओं के लिए यात्रा सुविधाजनक होगी, जिससे पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

भागलपुरी सिल्क उद्योग को मिलेगा बल

भागलपुर का प्रसिद्ध सिल्क उद्योग भी इस एयरपोर्ट के निर्माण से लाभान्वित होगा। हवाई यातायात की सुविधा मिलने से स्थानीय उत्पादों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग बढ़ेगी। इससे रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

उत्तरवाहिनी गंगा की महत्ता में वृद्धि

सुल्तानगंज में प्रवाहित उत्तरवाहिनी गंगा की महत्ता और भी बढ़ेगी। यहां गंगा स्नान और पूजा-पाठ के लिए देशभर से श्रद्धालु आते हैं। एयरपोर्ट बनने से इस पवित्र स्थल तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा।

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

पर्यटन को बढ़ावा मिलने से स्थानीय व्यवसायियों को भी लाभ होगा। खासतौर पर सावन के महीने में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, जिनके लिए यात्रा करना और भी सुगम हो जाएगा। होटल, रेस्टोरेंट और ट्रांसपोर्ट सेक्टर को भी आर्थिक मजबूती मिलेगी।

निष्कर्ष

भागलपुर जिले में न्यू ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा। सुल्तानगंज में एयरपोर्ट बनने से न केवल इस क्षेत्र का विकास होगा बल्कि इससे पर्यटन, व्यापार और औद्योगिक क्षेत्रों में भी व्यापक सुधार होगा। यह परियोजना स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करेगी और बिहार के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *