पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे के नेतृत्व में उनके फाउंडेशन ‘शिवदीप लांडे फाउंडेशन’ के तत्वाधान में मुंगेर जिले में ‘रन फॉर सेल्फ’ का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों युवाओं ने जोश और उमंग के साथ भाग लिया। दौड़ की शुरुआत मुंगेर के जुबली वेल से हुई, जहां से युवा पूरे उत्साह के साथ दौड़ते हुए लगभग 9 किलोमीटर दूर पोलो मैदान, मुंगेर पहुंचे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के भीतर आत्मनिर्भरता, अनुशासन और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा देना था।
युवाओं में बदलाव लाने की पहल
इस अवसर पर शिवदीप लांडे ने कहा कि यह दौड़ सिर्फ एक खेल या प्रतियोगिता नहीं, बल्कि युवाओं में बदलाव लाने का एक बड़ा कदम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह के आयोजन पूरे बिहार में किए जाएंगे, जिससे प्रदेश के युवाओं को सही दिशा और मार्गदर्शन मिल सके।
शिवदीप लांडे फाउंडेशन का उद्देश्य
शिवदीप लांडे ने अपने इस्तीफे के बाद अपने फाउंडेशन ‘शिवदीप लांडे फाउंडेशन’ के माध्यम से युवाओं के विकास और समाज में सुधार के लिए कार्य करने की शुरुआत की है। इस पहल की शुरुआत उन्होंने मुंगेर से की, क्योंकि यही वह जगह है, जहां से उनके आईपीएस करियर की शुरुआत हुई थी। उन्हें अपनी प्रशिक्षण अवधि के दौरान पहली बार मुंगेर भेजा गया था। मूल रूप से महाराष्ट्र के निवासी और 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे शिवदीप लांडे ने अपने कार्यकाल में एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी की पहचान बनाई। उनके प्रशंसक विशेष रूप से युवा वर्ग में उन्हें ‘सिंघम’ और ‘सुपर कॉप’ के रूप में जानते हैं।
क्या राजनीति में जाने की थी चर्चा?
जब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया, तो इस बात को लेकर कई अटकलें लगाई जाने लगीं कि वे राजनीति में प्रवेश करेंगे। लेकिन उन्होंने इन सभी कयासों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट कर दिया कि उनका उद्देश्य केवल समाज सेवा और युवाओं को सही दिशा प्रदान करना है। अपने फाउंडेशन के जरिए वे युवाओं में जागरूकता फैलाने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत हैं। हालांकि, उन्होंने अब तक अपने भविष्य की योजनाओं को सार्वजनिक नहीं किया है, लेकिन उनका मुख्य फोकस युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाना है।
रन फॉर सेल्फ की प्रेरणा और उद्देश्य
मुंगेर में आयोजित ‘रन फॉर सेल्फ’ कार्यक्रम के दौरान शिवदीप लांडे अपनी पत्नी और बेटी के साथ मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने मुंगेर से इसलिए की, क्योंकि यह उनकी कार्यस्थली रही है। इसके बाद, अन्य जिलों में भी इस तरह के आयोजन किए जाएंगे।
उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह पहल केवल एक दौड़ नहीं, बल्कि युवाओं के विचारों को सुनने और उनके साथ संवाद स्थापित करने का एक माध्यम है। वे पूरे बिहार में इस अभियान को जारी रखेंगे और युवाओं से संवाद कर उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल वे अपनी कोई राय नहीं देंगे, बल्कि पहले बिहार के युवाओं को सुनेंगे और फिर उनके हित में कार्य करेंगे।
आने वाले दस वर्षों की योजना
शिवदीप लांडे का कहना है कि अगले दस वर्षों में वे युवाओं के बीच एक बड़ा बदलाव लाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। वे चाहते हैं कि बिहार का हर युवा आत्मनिर्भर बने, समाज में सकारात्मक योगदान दे और अपने करियर में सफलता हासिल करे। उनका उद्देश्य युवाओं को सही मार्गदर्शन देना और उन्हें अपने लक्ष्य प्राप्त करने में सहायता करना है।