बिहार के मुंगेर जिले के सफियासराय थाना क्षेत्र के अंतर्गत मोहम्मदपुर के एनएच 80 पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक अधेड़ व्यक्ति की जान चली गई। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी और मृतक के परिवार में कोहराम मच गया।
घटना का विवरण
यह हादसा तब हुआ जब मृतक चरित्र चौधरी (55 वर्ष), जो गोइटा व्यापारी थे, प्रतिदिन की भांति अपने ठेले पर गोइटा लोड कर मुंगेर बेचने जा रहे थे। इसी दौरान लखीसराय की ओर से तेज गति से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उन्हें पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
स्थानीय ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
दुर्घटना के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए और परिजनों को सूचित किया। मृतक के परिवारजनों ने शव को सिंघिया ले जाकर सड़क जाम कर दिया। हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को करीब तीन घंटे तक जाम रखा, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही सफियासराय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। थाना अध्यक्ष अमरेश कुमार ने मृतक के परिजनों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया और यातायात सुचारू रूप से बहाल कराया। पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
मृतक का परिवार और उनकी स्थिति
मृतक चरित्र चौधरी सिंधिया रंजन महतो टोला वार्ड नंबर 5 के स्थाई निवासी थे। वे एक मेहनतकश व्यक्ति थे और प्रतिदिन ठेले पर गोइटा लादकर मुंगेर बेचने जाते थे। उनकी असमय मृत्यु से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
उनकी पत्नी सिरों देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के तीन बेटे और तीन बेटियां हैं। उनकी तीनों बेटियों की शादी हो चुकी है, लेकिन दो बेटे अब भी अविवाहित हैं। मृतक के तीनों पुत्र प्रदेश में दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। अब परिवार के लिए जीवनयापन की चिंता और बढ़ गई है।
ग्रामीणों की मांग और प्रशासन से उम्मीदें
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, क्योंकि इस सड़क पर अंधाधुंध गति से वाहन चलते हैं और किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। प्रशासन को जल्द ही इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर और यातायात नियंत्रण के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।