मुंगेर जिला अंतर्गत हवेली खड़गपुर अनुमंडल के तेघड़ा गांव में बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है। गांव में कई मृत कौवे पाए गए थे, जिनके सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब भेजे गए थे। जांच के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिससे प्रशासन और ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।
जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग सतर्क
बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद जिला पशुपालन विभाग तुरंत सतर्क हो गया। विभाग की पांच सदस्यीय टीम को गांव भेजा गया, जहां प्रभावित इलाके में कैमिकल का छिड़काव किया गया। साथ ही, उसी बगीचे और आसपास के क्षेत्रों में कुछ और मृत कौवे मिले, जिन्हें गड्ढे में डालकर नमक और चूना डालकर नष्ट किया गया।
कैसे हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि?
बताते चलें कि 10 मार्च को तेघड़ा गांव में मृत कौवे पाए गए थे। खड़गपुर पशु चिकित्सा पदाधिकारी की टीम ने तुरंत सैंपल एकत्र किए और जांच के लिए पहले पटना और फिर भोपाल लैब भेजा। मंगलवार को आई रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई। इसके बाद जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. कमलदेव के निर्देश पर प्रभावित क्षेत्र में छिड़काव अभियान शुरू किया गया।
ग्रामीणों में भय का माहौल
गांव में बर्ड फ्लू की पुष्टि होते ही ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया है। लोग चिंतित हैं कि यह संक्रमण पोल्ट्री फार्म और अन्य पक्षियों तक न फैल जाए। प्रशासन ने इस संबंध में ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए कदम उठाए हैं और सावधानी बरतने की सलाह दी है।
एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं
सहायक कुक्कुट पदाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि बर्ड फ्लू एपिसेंटर से तीन किलोमीटर के दायरे में कैमिकल का छिड़काव जारी रहेगा। पोल्ट्री फार्म और पक्षियों के आने-जाने वाले स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। साथ ही, पोल्ट्री फार्म के ब्लड सिरम की जांच भी कराई गई, जो कि निगेटिव आई है।
ग्रामीणों के लिए प्रशासन की सलाह
प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं बल्कि सतर्कता बरतें। लोगों को सलाह दी गई है कि चिकन और अंडे को अच्छी तरह पकाकर ही खाएं। इसके अलावा, पोल्ट्री फार्म संचालकों को विशेष एहतियात बरतने और सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
संक्रमण रोकने के लिए जागरूकता अभियान
बर्ड फ्लू के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग के अधिकारी ग्रामीणों को समझा रहे हैं कि वे पक्षियों के संपर्क में आने से बचें और किसी भी संदिग्ध स्थिति की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
स्थिति पर लगातार नजर
प्रशासन और पशुपालन विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रभावित क्षेत्र में लगातार छिड़काव किया जा रहा है और ग्रामीणों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। विभाग ने कहा है कि अभी तक पोल्ट्री फार्मों में संक्रमण नहीं फैला है, लेकिन पूरी एहतियात बरती जा रही है।