मुंगेर के हवेली खड़गपुर में आकाशीय बिजली से व्यक्ति की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

मुंगेर जिले में बीती रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। बीते तीन दिनों से जिले में लगातार तेज आंधी, मूसलधार बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हो रही हैं। इसी क्रम में एक दर्दनाक हादसे में एक बच्ची समेत दो लोगों की जान चली गई। ताजा मामला हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के मधुवन दरियापुर गांव का है, जहां एक व्यक्ति की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई।

बाजार से घर लौटते समय हुआ हादसा

मधुवन दरियापुर निवासी 39 वर्षीय विशन मांझी बीती रात दरियापुर बाजार से अपने घर लौट रहे थे। मौसम खराब था, तेज हवाएं चल रही थीं और आसमान में बिजली चमक रही थी। इसी दौरान अचानक एक जोरदार कड़क के साथ आकाशीय बिजली विशन मांझी पर गिर पड़ी। बिजली की चपेट में आने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। यह घटना इतना अचानक हुआ कि पास के लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही वह दम तोड़ चुके थे।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

विशन मांझी अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनकी मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। पत्नी और चार छोटे बच्चों के सिर से साया उठ गया है। घर में अब केवल मातम और चीख-पुकार का माहौल है। पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। पड़ोसी और रिश्तेदार लगातार ढांढस बंधा रहे हैं, लेकिन परिवार के इस नुकसान की भरपाई किसी भी रूप में संभव नहीं है।

पुलिस प्रशासन ने संभाला मोर्चा

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मुंगेर सदर अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है। प्रशासन की ओर से मुआवजे को लेकर भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

प्राकृतिक आपदा से जनजीवन अस्त-व्यस्त

मुंगेर जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश, तूफान और आकाशीय बिजली के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर पेड़ गिरने, बिजली आपूर्ति बाधित होने और मकानों की छत उड़ने की खबरें हैं। लोग दहशत में हैं और घरों से निकलने से भी कतरा रहे हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी खराब मौसम की चेतावनी जारी की है।

आखिर कब थमेगा यह कहर?

प्राकृतिक आपदाएं मनुष्य के वश में नहीं हैं, लेकिन समय रहते सुरक्षा उपाय अपनाकर कई जानें बचाई जा सकती हैं। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि ऐसे हालात में गांवों और दूरदराज के इलाकों में तुरंत राहत और जागरूकता अभियान चलाएं, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। फिलहाल, मुंगेर का यह हादसा पूरे जिले के लिए एक चेतावनी है कि मौसम की अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती है।

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